स्नातक पार्ट वन की परीक्षा कल से, बनाये गये पांच जिलों में 38 केंद्र, 70 हजार परीक्षार्थी होंगे शामिल

BRABU,Muzaffarpur: सालभर बाद शुरू हो रही परीक्षा से पहले एडमिट कार्ड के लिए छात्र-छात्राओं को काफी परेशानी झेलनी पड़ी. दो बार एडमिट कार्ड जारी कर रद्द करना पड़ा.

By Prabhat Khabar | October 3, 2021 1:05 PM

मुजफ्फरपुर बीआरए बिहार विश्वविद्यालय की स्नातक (2019-22) पार्ट वन की परीक्षा चार अक्तूबर से शुरू होगी. विवि प्रशासन ने कहा है कि एडमिट कार्ड में किसी तरह की गड़बड़ी होने पर भी परीक्षार्थी परीक्षा से वंचित नहीं होंगे. एडमिट कार्ड में सुधार के लिए कॉलेजों को जिम्मेदारी दी गयी है. प्राचार्य पोर्टल पर जाकर ऑनलाइन एडिट कर सकेंगे.

परीक्षा नियंत्रक डॉ संजय कुमार ने बताया कि लिंक ओपेन कर दिया गया है. छात्र कॉलेज में शिकायत करेंगे, तो प्राचार्य संशोधित एडमिट कार्ड उपलब्ध करा देंगे. यह परीक्षा वर्ष 2020 की है. पहले एक अक्तूबर से शुरू होनी थी, लेकिन तैयारी पूरी नहीं होने के कारण एक व तीन अक्तूबर की परीक्षा स्थगित कर दी गयी है. स्नातक परीक्षा 2020 में करीब 70 हजार परीक्षार्थी शामिल होंगे. इसके लिए मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी, मोतिहारी, बेतिया व वैशाली में 38 केंद्र बनाये गये हैं.

कॉलेजों की गलती से एडमिट कार्ड में गड़बड़ी

सालभर बाद शुरू हो रही परीक्षा से पहले एडमिट कार्ड के लिए छात्र-छात्राओं को काफी परेशानी झेलनी पड़ी. दो बार एडमिट कार्ड जारी कर रद्द करना पड़ा. तीसरी बार जारी एडमिट कार्ड में भी तमाम तरह की गड़बड़ी सामने आयी.

परीक्षा नियंत्रक डॉ संजय कुमार का कहना है कि कॉलेज स्तर से परीक्षा फॉर्म के सत्यापन में की गयी लापरवाही के कारण ही एडमिट कार्ड में गड़बड़ी सामने आ रही है. परीक्षा फॉर्म ऑनलाइन भरा गया था, जिसका सत्यापन कॉलेज को करना था. लेकिन, कॉलेजों में उसी तरह फॉर्म फॉरवर्ड कर दिया.

तीन शिफ्ट में ओएमआर शीट पर होगी परीक्षा

स्नातक पार्ट वन की परीक्षा तीन शिफ्ट में होगी. वहीं, पहली बार स्नातक परीक्षा में ओएमआर शीट का प्रयोग किया जा रहा है. वर्ष 2021 की पार्ट वन परीक्षा भी ओएमआर शीट पर ही ली जानी है. इसमें ऑब्जेक्टिव सवाल पूछे जायेंगे. कम समय में परीक्षा लेकर परिणाम जारी करने के लिए ऐसा निर्णय लिया गया है.

विवि की ओर से कहा गया है कि परीक्षा समाप्त होने के एक हफ्ते के अंदर परिणाम जारी कर दिया जायेगा. कोरोना काल में अनियमित हो चुके सत्र को पटरी पर लाने के लिए विवि ने यह निर्णय लिया है.

Posted by: Radheshyam Kushwaha

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