माइक्रो इंप्रूवमेंट प्रोजेक्ट के साथ दीक्षा एप पर अपलोड करना होगा साक्ष्य
Evidence will have to be uploaded
डीपीओ एसएसए सुजीत कुमार ने बीइओ और प्रधानाध्यापकों को दिया निर्देश उपमुख्य संवाददाता, मुजफ्फरपुर प्रोजेक्ट बेस्ड लर्निंग आधारित त माइक्राे इंप्रूवमेंट प्राेजेक्ट पूरा करने के साथ ही शिक्षकाें काे दीक्षा एप पर उसका साक्ष्य भी अपलाेड करना हाेगा. नवंबर का साक्ष्य अपलाेड करने में लापरवाही सामने आने पर विभाग ने सख्ती दिखयी है. साक्ष्य अपलाेड नहीं करने वाले शिक्षकाें के साथ ही संबंधित स्कूल के प्रधानाध्यापक का वेतन राेक दिया जायेगा. दिसंबर के प्राेजेक्ट का साक्ष्य दीक्षा एप पर अपलाेड करने के लिए 15 दिसंबर तक का समय दिया गया है. नवंबर में गणित व विज्ञान के शिक्षकाें ने कक्षा 6 से 8 की पाठ्य पुस्तक आधारित माइक्राे इंप्रुवमेंट प्राेजेक्ट पूरा कराया था. निर्धारित अवधि में जिले की 1386 मध्य विद्यालयाें में 1346 में शिक्षकाें ने एमआइपी प्रारंभ किया. 1332 ने प्राेजेक्ट पूरा भी कर लिया, लेकिन, 1276 मध्य विद्यालयाें के शिक्षकाें ने ही दीक्षा एप पर साक्ष्य अपलाेड किया. डीपीओ एसएसए सुजीत कुमार दास ने सभी बीइओ के साथ ही सभी संबंधित स्कूलाें के प्रधानाध्यापकाें काे निर्देश दिया है कि जिले के शत-प्रतिशत मध्य विद्यालयाें में एमआइपी शुरू कराएं. अभी दिसंबर के प्राेजेक्ट पर काम चल रहा है. डीपीओ ने कहा है कि हर महीने की 20 तारीख काे सभी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी अपने प्रखंड अंतर्गत मध्य विद्यालयाें के प्रधानाध्यापकाें से उपस्थिति विवरणी के साथ इस आशय का भी प्रमाण लेंगे कि विद्यालय में गणित व विज्ञान पढ़ाने वाले शिक्षक व शिक्षिकाओं ने इस माह का एमआइपी पूर्ण करते हुए दीक्षा एप पर सफलतापूर्वक अपलाेड कर दिया है. प्रमाण पत्र पर गणित व विज्ञान के शिक्षक का नाम, विद्यालय का नाम व यू-डायस काेड व दीक्षा आइडी भी अंकित करना हाेगा.
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