जागरूकता से आयी एइएस में कमी, तीन साल से बच रही बच्चों की जान
Awareness has led to a decrease in AES
डीएम ने की स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ की समीक्षा बैठक
उपमुख्य संवाददाता, मुजफ्फरपुरएइएस से बचाव के लिए स्वास्थ्य विभाग के व्यापक अभियान से बीमार पड़ने वाले बच्चों की संख्या में हर साल कमी आ रही है. पिछले तीन वर्षों में इस बीमारी से किसी बच्चे की जान नहीं गयी है. विभाग की ओर से गर्मी शुरू होने के एक महीने पहले से ही ग्रामीण क्षेत्रों में एइएस से बचाव के लिए व्यापक तरीके से प्रचार-प्रसार किये जाने से इस बीमारी पर नियंत्रण पाया जा सका है. गुरुवार को डीएम के साथ स्वास्थ्य अधिकारियों की एइएस समीक्षा बैठक में यह जानकारी दी गयी कि इस वर्ष अब तक 41 बच्चे एइएस से पीड़ित हुये थे, जिनमें मुजफ्फरपुर के 31 बच्चे थे. दस बच्चे अन्य जिलों से एसकेएमसीएच में इलाज के लिए लाये गये थे. इन बच्चों में एक बच्चा लामा हो गया, यानी बिना डॉक्टर की अनुमति से अभिभावक बच्चे को लेकर चले गये. अन्य 40 बच्चे एसकेएमसीएच से स्वस्थ होकर लौटे.
बोचहां से आये सर्वाधिक पीड़ित
बोचहां में इस बार सबसे अधिक सात बच्चों में एइएस की पुष्टि हुई थी. मीनाुपर और मुशहरी में भी चार-चार बच्चों में एइएस पाया गया. कुढ़नी में तीन बच्चे इस बीमारी से पीड़ित मिले. अन्य प्रखंडों में दो-दो या एक बच्चे में बीमारी की पुष्टि की गयी. वर्ष 2019 के आंकड़ों को देखें तो पिछले सात वर्षों में इस बीमारी में काफी कमी आयी है. लगातार जागरूकता के कारण बीमार होने वाले बच्चों में कमी आ रही है.
कुपोषित बच्चों पर रखा था विशेष ध्यान
इस बार कुपोषित बच्चों पर भी स्वास्थ्य विभाग ने विशेष ध्यान रखा था. प्रत्येक पंचायत में आशा व आंगनबाड़ी सेविका के माध्यम से ऐसे बच्चों को चिह्नित किया गया था, जिसकी लगातार निगरानी की जा रही थी. स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के अनुसार जिले में 15 वर्ष से कम 11 लाख पांच हजार 662 बच्चे हैं, जिनमें 3366 बच्चों को लक्षित किया गया था और उन पर विशेष नजर रखी जा रही थी. पिछले सात वर्षों में बीमारी में आयी कमी
वर्ष – बीमार – मृत बच्चे2019 – 431 – 111
2020 – 43 – 72021 – 39 – 7
2022 – 49 – 72023 – 41 – 0
2024 – 41 – 02025 – 31 – 0
:::::::::::::::::::::तीन बच्चों में एइएस की पुष्टि
मुजफ्फरपुर.
एसकेएमसीएच में भर्ती तीन बच्चों में एइएस की पुष्टि हुई है. इनमें एक मरीज सीतामढ़ी, एक पश्चिमी चंपारण व एक कुढ़नी का है. इन मरीजों को कुछ दिन पूर्व एसकेएमसीएच में भर्ती कराया गया था. डॉक्टर ने इलाज के दौरान इन बच्चों में एइएस की पुष्टि की. एइएस से स्वस्थ होने पर तीनों बच्चों को गुरुवार को छुट्टी कर दी गयी. जिला वेक्टर बॉर्न डिजीज कंट्रोल पदाधिकारी डॉ सुधीर कुमार के अनुसार एसकेएमसीएच में कुल 41 मरीजों का इलाज हुआ, जिसमे मुजफ्फरपुर के 31मरीज थे, शेष अन्य जिलों से थे. सभी मरीज स्वस्थ्य होकर अपने घर जा चुके हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
