निजी क्लीनिक में इलाज के दौरान युवती की मौत, शव देने से इनकार पर हंगामा

A young woman died during treatment

By SUMIT KUMAR | December 25, 2025 9:23 PM

बेहतर इलाज के नाम पर जबरन भर्ती कराने का आरोप, 14 घंटे में 45 हजार का बिल, 112 डायल पुलिस ने संभाला मामला संवाददाता, मुजफ्फरपुर अहियापुर थाना क्षेत्र के फोरलेन स्थित एक निजी क्लीनिक में इलाज के दौरान एक युवती की मौत हो गई. इसके बाद गुरुवार को क्लीनिक परिसर में जमकर हंगामा हुआ. मृतका की पहचान प्रिय कुमारी के रूप में हुई है. घटना से आक्रोशित परिजनों और स्थानीय लोगों ने अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही और शोषण के गंभीर आरोप लगाए. परिजनों के अनुसार, प्रिय कुमारी अलाव से झुलस गई थी. उसे बेहतर इलाज के लिए एसकेएमसीएच ले जाया जा रहा था. इसी दौरान एम्बुलेंस चालक ने बहला-फुसलाकर फोरलेन स्थित निजी क्लीनिक में भर्ती करा दिया. आरोप है कि युवती की हालत गंभीर नहीं थी, इसके बावजूद अस्पताल कर्मियों ने जबरन भर्ती कर लिया. परिजनों का कहना है कि महज 14 घंटे के इलाज के लिए अस्पताल प्रबंधन ने 45 हजार रुपये का बिल थमा दिया. इलाज के दौरान युवती की मौत हो गई. इसके बाद बिल की राशि चुकाने तक शव देने से इनकार कर दिया गया, जिससे परिजनों का आक्रोश भड़क उठा. परिजनों ने यह भी आरोप लगाया कि युवती के पति ने उस पर पेट्रोल डालकर आग लगा दी थी, जिसकी जांच की जानी चाहिए. मौत की सूचना मिलते ही क्लीनिक में अफरा-तफरी का माहौल बन गया. हंगामे की सूचना पर अहियापुर थाना की 112 डायल पुलिस टीम मौके पर पहुंची और स्थिति को नियंत्रित किया. पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए एसकेएमसीएच भेज दिया. परिजनों का आरोप है कि पुलिस के पहुंचने से पहले ही क्लीनिक के डॉक्टर और कर्मी वहां से फरार हो गए. अहियापुर पुलिस का कहना है कि पूरे मामले की जांच की जा रही है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के कारणों का स्पष्ट खुलासा हो सकेगा. वहीं परिजन दोषी डॉक्टरों, अस्पताल प्रबंधन और एम्बुलेंस चालक के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं.

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