Muzaffarpur Newsतय वक्त में केस निपटाने थे, 5544 आवेदन देखा तक नहीं
दाखिल खारिज के आवेदनों को निपटाने में अंचल लापरवाही बरत रहे हैं. इसपर डीएम ने कड़ी नाराजगी जतायी है.
-दाखिल खारिज में मिली लापरवाही पर डीएम सख्त
-निष्क्रियता से आवेदन टाइमलाइन से हो गये बाहरमुख्य संवाददाता, मुजफ्फरपुर
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दाखिल खारिज के आवेदनों को निपटाने में अंचल लापरवाही बरत रहे हैं. इसपर डीएम ने कड़ी नाराजगी जतायी है. समीक्षा में पाया गया कि अंचलों में 5544 आवेदन समय सीमा बीत जाने के बाद भी लंबित हैं. आवेदनों के निष्पादन का औसत 87.77 प्रतिशत है, लेकिन छह अंचलों बोचहां, मुशहरी, कांटी, कुढ़नी, सरैया व मीनापुर की स्थिति बेहद खराब है.डीएम ने दी अंतिम चेतावनी
डीएम ने संबंधित सीओ को 25 अप्रैल तक 90 प्रतिशत आवेदनों काे निपटाने की अंतिम चेतावनी दी है. स्पष्ट किया है कि यदि इस अवधि के भीतर लक्ष्य पूरा नहीं हुआ है, तो संबंधित राजस्व कर्मचारी व सीओ पर प्रतिदिन 500 रुपये का जुर्माना लगेगा. इस कार्यवाही की जिम्मेदारी उप समाहर्ता(भूमि सुधार) को सौंपी है. वे इसकी निगरानी करेंगे और जुर्माने की वसूली सुनिश्चित करेंगे.32 हजार 738 आवेदन अस्वीकृत
वित्तीय वर्ष की समीक्षा में तथ्य सामने आया कि जिले में दाखिल खारिज के एक लाख 35 हजार 392 आवेदन आये थे. इनमें एक लाख 18 हजार 840 आवेदन निपटाये गये. वहीं 32 हजार 738 आवेदन अस्वीकृत कर दिये गये. वर्तमान में 16 हजार से अधिक आवेदन लंबित हैं. इनमें 5544 आवेदन समय सीमा को पार कर चुके हैं. डीएम ने कार्यशैली में सुधार लाते हुए निष्पादन की दर को बढ़ाने का निर्देश दिया है.छह अंचलों में प्रगति ठीक नहीं
आंकड़ों के अनुसार, बोचहां में 82.49%, मुशहरी में 83.22, कांटी में 83.34, कुढ़नी में 85.31, सरैया में 85.31 व मीनापुर अंचल में 85.71% आवेदन ही निपटे हैं. यह संतोषजनक नहीं है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
