बाढ़ के पानी में डूबने से आठ की मौत, पश्चिमी व पूर्वी चंपारण में कम हुआ पानी, सुपौल व अररिया में भी राहत

मुजफ्फरपुर/भागलपुर : उत्तर बिहार के मधुबनी, सीतामढ़ी व दरभंगा जिलों में बाढ़ की स्थिति गंभीर बनी हुई है. वहीं, पश्चिमी चंपारण व पूर्वी चंपारण में पानी कम हुआ है. इधर, गुरुवार को बाढ़ के पानी में डूबने से आठ लोगों की मौत हो गयी. जानकारी के अनुसार, सीतामढ़ी में तीन, मधुबनी में दो, दरभंगा में […]

By Prabhat Khabar Print Desk | July 19, 2019 7:37 AM
मुजफ्फरपुर/भागलपुर : उत्तर बिहार के मधुबनी, सीतामढ़ी व दरभंगा जिलों में बाढ़ की स्थिति गंभीर बनी हुई है. वहीं, पश्चिमी चंपारण व पूर्वी चंपारण में पानी कम हुआ है. इधर, गुरुवार को बाढ़ के पानी में डूबने से आठ लोगों की मौत हो गयी. जानकारी के अनुसार, सीतामढ़ी में तीन, मधुबनी में दो, दरभंगा में एक और सहरसा व अररिया में एक-एक की मौत हो गयी है.
वहीं, बेनीपट्टी में अब सीतामढ़ी की ओर से भी बाढ़ का पानी प्रवेश करने लगा है, लोगों ने कोसी, कमला व भूतही बलान नदी के तटबंधों पर शरण ले रखी है. वहीं, दरभंगा में बाढ़ का पानी बिरौल व केवटी प्रखंड के नये हिस्सों में फैल रहा है. मधुबनी के जिले के बिस्फी, मधवापुर, झंझारपुर, घोघरडीहा में बाढ़ की स्थिति भयावह है. इधर, सुपौल, अररिया में राहत बारिश नहीं होने व कोसी बराज से सामान्य स्तर पर पानी छोड़ने के कारण स्थिति कुछ सुधरी है, लेकिन कटिहार व खगड़िया में पानी फैल रहा है. कटिहार में महानंदा नदी के जल स्तर में वृद्धि हुई है. इसके कारण कई गांव हुए जलमग्न हो गये हैं.
कोसी, कमला, भूतही बलान नदी के तटबंधों पर लोगों ने ली शरण
गोरियारी तटबंध टूटा, औराई के नये इलाके में फैला पानी
मुजफ्फरपुर : जिले में कटरा, औराई, गायघाट के बाद अब मीनापुर प्रखंड में भी बाढ़ का पानी नये इलाकों में फैलता जा रहा है. गुरुवार को गायघाट के पागालक्ष्मी गोरियारी तटबंध टूट गया. इससे सुस्ता पंचायत में बाढ़ का पानी फैल गया. औराई के गोट , धसना, छोटी सिमरी में लखनदेई का पानी अब चौर में फैल रहा है. सिकंदरपुर में बूढ़ी गंडक के पानी में लगातार बढ़ोत्तरी जारी है. अब मात्र 10 सेमी खतरे के निशान से पानी नीचे है. शहर में भी हनुमंत नगर, छिंटभगवतीपुर, नाजिरपुर में भी बूढ़ी गंडक का पानी पहुंच चुका है.
बढ़ायी गयी पेट्रोलिंग
पटना : आपदा प्रबंधन विभाग ने बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों में एनडीआरएफ व एसडीआरएफ को पेट्रोलिंग करने तथा घर-घर में देखने का निर्देश दिया है. सीतामढ़ी, पूर्णिया, मधुबनी, अररिया, पूर्वी चंपारण, दरभंगा में बाढ़ से सबसे अधिक लोग प्रभावित हैं. सभी पंचायतों में चलंत मेडिकल टीम बनाकर दवा बांटने काे कहा गया है. गश्ती टीम को जनप्रतिनिधियों की सहायता लेने के साथ ढह गये घरों की रिपोर्ट तैयार करने का निर्देश दिया गया है, जिसके आधार पर राहत शिविर बढ़ाये जायेंगे. बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों में नाव के परिचालन पर प्रतिबंध लगा दिया गया है.
कटिहार के कदवा-डंडखोरा का संपर्क टूटा
कटिहार के दुर्गागंज कदवा भाया कंधरपेली को प्रखंड मुख्यालय व जिला मुख्यालय से जोड़ने वाली मुख्य सड़क के भमरेली गांव के समीप बाढ़ के पानी की तेज धारा में पुल के बह जाने से दर्जनों गांवों का संपर्क भंग हो गया है. डंडखोरा प्रखंड की द्वाशय पंचायत के दर्जनों गांव का यही मुख्य मार्ग है.
शिविरों में तले पदार्थों पर रोक
पटना : आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने बाढ़पीड़ितों के लिए बनाये गये सामुदायिक किचेन की सफाई और शुद्ध खाना देने का निर्देश दिया है. सभी डीएम से कहा गया है कि सामुदायिक किचेन में पूड़ी व तला पदार्थों को नहीं बनाने तथा उसकी मॉनीटरिंग हर दिन पदाधिकारी करेंगे. शिविर में आये लोगों को जब भी खाना खिलाया जाये, तो उसकी फोटोग्राफी व वीडियोग्राफी हो. शिवहर में 53, सीतामढ़ी में 209, पूर्वी चंपारण में 99, मधुबनी में 99, अररिया में 185, किशनगंज में एक, सुपौल में 14, दरभंगा में 204 एवं मुजफ्फरपुर में 24 सामुदायिक किचन चल रहे हैं.

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