मुजफ्फरपुर : एंबुलेंस न मिला तो ऑटो से आना पड़ा, कुढ़नी से एसकेएमसीएच पहुंचते ही हो गयी मौत

कुमार दीपू मुजफ्फरपुर : कुढ़नी केरमा गांव के संतोष राम और सुशीला अपने छह साल के बेटे साहिल को लेकर बुधवार की दोपहर एसकेएमसीएच पहुंचे. डॉक्टरों ने अपने स्तर से पू्रा एप्रयास किया, लेकिन उसे बचाया न जा सका. साहिल को एसकेएमसीएच तक लाने के लिए कुढ़नी पीएचसी से एंबुलेंस न मिला, तो ऑटो से […]

By Prabhat Khabar Print Desk | June 20, 2019 6:25 AM
कुमार दीपू
मुजफ्फरपुर : कुढ़नी केरमा गांव के संतोष राम और सुशीला अपने छह साल के बेटे साहिल को लेकर बुधवार की दोपहर एसकेएमसीएच पहुंचे. डॉक्टरों ने अपने स्तर से पू्रा एप्रयास किया, लेकिन उसे बचाया न जा सका.
साहिल को एसकेएमसीएच तक लाने के लिए कुढ़नी पीएचसी से एंबुलेंस न मिला, तो ऑटो से लाया गया. दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति यह रही कि उसकी मौत के बाद शव को ले जाने के लिए भी एंबुलेंस की व्यवस्था न हो पायी. पिता को अपने बेटे का शव भाड़े के ऑटो से ले जाना पड़ा. सुशीला ने कहा कि उसका छह साल का बेटा दोपहर 12 बजे के करीब घर के बाहर खेल रहा था.
अचानक वह बेहोश होकर गिर गया. आनन-फानन में उसे लेकर पीएचसी पहुंची. वहां डॉक्टर ने एसकेएमसीएच रेफर कर दिया. पीएचसी से एंबुलेंस नहीं मिलने पर वह ऑटो से गोद में लेकर अपने बच्चे को एसकेएमसीएच के इमरजेंसी पहुंची. वहां डॉक्टरों ने साहिल की सांसें फिर से वापस लाने की हरसंभव कोशिश की, लेकिन उसे बचाया न जा सका. एसकेएमसीएच में डॉक्टर ने सुशीला से कहा कि उसका बच्चा दम तोड़ चुका है, तो उसे काठ मार गया. उसकी आंखों से आंसू तक नहीं निकल रहे थे.
इलाज कर रही नर्स ने कहा कि पता नहीं यह बीमारी कितनी माताओं की गोद सुनी करेगी.एसकेएमसीएच के इमरजेंसी में पड़े साहिल को जब स्ट्रेचर व एंबुलेंस नहीं मिला, तो पिता संतोष राम बेटे के शव को गोद में उठा चल दिये. बाहर निकलने के बाद उसने भाड़े का ऑटो किया और शव को लेकर अपने गांव के लिए निकल गये. उसने कहा कि इमरजेंसी में उसे कहा गया कि एंबुलेंस अभी नहीं है, आने पर दिया जायेगा. तब तक वह इंतजार कर लें.
बिजली ट्रिपिंग से पीकू का एसी ठप
इसी दौरान पीआईसीयू में एक बच्ची की हुई मौत
मुजफ्फरपुर : एसकेएमसीएच के पीआइसीयूआइ में चमकी बुखार से भर्ती करीब 68 बच्चों की जान बुधवार की सुबह डेढ़ घंटे तक अटकी रही. यहां बिजली आपूर्ति बाधित रहने से एसी ने काम करना बंद कर दिया. इससे अफरा-तफरी की स्थिति रही.
इस दौरान कांटी मधुबन गांव की साढ़े चार वर्षीय मुस्कान नामक बच्ची ने दम तोड़ दिया. मुस्कान के दादा शिवचंद्र सहनी का आरोप है कि एसी के काम नहीं करने से उनकी पोती की मौत हुई. उधर, अधीक्षक डॉ सुनील कुमार शाही ने कहा कि कुछ मिनट के लिए एसी काम नहीं कर रहा था.
लेकिन, यह आरोप गलत है कि बिजली कटने व एसी काम नहीं करने से बच्ची की मौत हुई. एसकेएमसीएच में ट्रांसफॉर्मर की खराबी की वजह से सुबह साढ़े दस बजे से दोपहर 12 के बीच बिजली बार-बार ट्रिप करता रहा. इससे चारों पीआइसीयूआइ में बिजली आपूर्ति बाधित रही.
जानकारी मिलने के बाद अस्पताल मैनेजर ने बिजली विभाग के अधिकारी को फोन किया. तत्काल एक बिजलीे मिस्त्री को ट्रांसफॉर्मर की मरम्मत करने के लिए भेजा गया. इस दौरान तकरीनब दो घंटे तक निजी एजेंसी के जेनरेटर से बिजली आपूर्ति की गयी. इससे पीआईसीयू संख्या पांच में बिजली आपूर्ति तो चालू हो गया, लेकिन बाकी में बंद रही. जब ट्रांसफर बना तो बिजली की आपूर्ति शुरू हुई.
परिजन शिवचंद्र सहनी ने बताया कि सुबह से बिजली आपूर्ति ठीक नहीं थी. हर पांच मिनट के लिए बिजली आती थी और कट जाती थी. इसके कारण एसी काम नहीं कर रहा था. अधीक्षक डॉ सुनील कुमार शाही ने कहा कि गुरुवार तक तीन सौ केबी का ट्रांसफॉर्मर अलग से लगा दिया जायेगा.

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