बिना दहेज के मंदिर में शादी कर समाज को संदेश देना चाहते है IRS डॉ विवेक

सिविल सेवा 2016 में मिली 374 रैंक, 19 नवंबर को बाबा बैद्यनाथ मंदिर में करेंगे शादी प्रेमांशु शेखर, मुजफ्फरपुर... यूपीएससी परीक्षा 2016 में 374 रैंक लाकर भारतीय राजस्व सेवा के अधिकारी बने डॉ विवेक नंदन की होने वाली बिना दहेज शादी इन दिनों शहर में चर्चा कर विषय बनी हुई है. 19 नवंबर को वह […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 12, 2017 7:59 PM

सिविल सेवा 2016 में मिली 374 रैंक, 19 नवंबर को बाबा बैद्यनाथ मंदिर में करेंगे शादी

प्रेमांशु शेखर, मुजफ्फरपुर

यूपीएससी परीक्षा 2016 में 374 रैंक लाकर भारतीय राजस्व सेवा के अधिकारी बने डॉ विवेक नंदन की होने वाली बिना दहेज शादी इन दिनों शहर में चर्चा कर विषय बनी हुई है. 19 नवंबर को वह सारण के आमी की रहने वाली अदिति के साथ परिणय सूत्र में बंध जायेंगे. शादी का आयोजन देवघर स्थित बाबा बैद्यनाथ धाम मंदिर में किया गया है. शहर के दामुचौक निवासी डॉ कृष्ण कुमार व डॉ ममता के इकलौते पुत्र विवेक एमबीबीएस है. फिलहाल वह एलबीएसएनएए मसूरी से प्रशिक्षण लेने के बाद छुट्‌टी पर घर आये हुए है. 17 दिसंबर से उनकी नागपुर में ट्रेनिंग शुरू होगी.

वह कहते हैं कि युवा ही समाज में बदलाव ला सकते हैं. यह सोच मेरी बचपन से नहीं थी कि मंदिर में शादी करूंगा. लेकिन जब यूपीएससी की तैयारी शुरू की और सामाजिक मुद्दों को जानना शुरू किया तो समझ में आया कि दहेज ही नहीं, शादी से जुड़ा खर्च कितना बड़ा अभिशाप है. एक मध्यमवर्गीय परिवार अगर रोज सौ रुपये भी बचाये तो दस लाख रुपये जमा करने में उसे तीस साल लग जायेंगे. पैसे बचाने के लिए कितनी मश्क्कत करनी पड़ती है. आजकल की शादी में दस लाख की कोई वैल्यू नहीं है. दिखावे के नाम पर बचत की राशि खर्च कर कर्ज में डूब जाते है. लेकिन बिना दहेज व मंदिर में शादी का मेरा यह निर्णय अकेले का नहीं है. मेरे परिवार के साथ ही लड़की पक्ष वालों ने भी सहमति जताते हुए सहयोग किया.

पांचवी तक रांची के प्रभात तारा स्कूल से की पढ़ाई

विवेक ने पांचवी कक्षा तक रांची के प्रभात तारा स्कूल से पढ़ाई की है. छठी से बोर्ड तक उन्होंने रामकृष्ण मिशन देवघर से पढ़ाई की है. उसके बाद वह दिल्ली चले गये. एमएमबीएस करने के बाद जीटीबी अस्पताल में कार्यरत थे. स्कूली शिक्षा देवघर में होने के कारण ही उन्होंने शादी के लिए बाबा बैद्यनाथ मंदिर का चयन किया है.

बैंक मैनेजर हैं होने वाली पत्नी

विवेक अंतरजातीय शादी कर रहे हैं. अदिति बैंक ऑफ महाराष्ट्र दिल्ली में ही स्केल टू ऑफिसर हैं. वहीं विवेक मूल रूप से समस्तीपुर के रहने वाले हैं. पिता एसकेएमसीएच में एनेथिसिया के डॉक्टर हैं, जबकि मां डॉ जगन्नाथ मिश्र कॉलेज में जूलॉजी की लेक्चरर हैं.

सरकार के निर्णय को सराहा

दहेज रहित शादी के सीएम के फैसले की सराहना करते हुए विवेक कहते हैं कि यह समाज बदलने की चेष्टा है. सरकार को युवाओं के बीच हस्ताक्षर अभियान चलाना चाहिए.