मुजफ्फरपुर: डायट ने शारीरिक शिक्षकों को दिया दो दिवसीय प्रशिक्षण, समावेशी और सक्रिय स्कूल माहौल बनाने पर जोर
मुजफ्फरपुर: जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डायट) रामबाग के तत्वावधान में गुरुवार को शारीरिक शिक्षकों के लिए आयोजित दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का समापन हो गया. समापन सत्र से पहले काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के सेवानिवृत्त एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. अखिल मेहरोत्रा ने शारीरिक शिक्षकों को महत्वपूर्ण जानकारी दी.
मुजफ्फरपुर: जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डायट) रामबाग के तत्वावधान में गुरुवार को शारीरिक शिक्षकों के लिए आयोजित दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का समापन हो गया. इस प्रशिक्षण का विषय एंपावरिंग थ्रो फिजिकल एजुकेशन: बिल्डिंग इंक्लूसिव एंड एक्टिव स्कूल एनवायरनमेंट (शारीरिक शिक्षा के माध्यम से सशक्तीकरण, समावेशी और सक्रिय स्कूल वातावरण का निर्माण था.
समापन सत्र से पहले काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के सेवानिवृत्त एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. अखिल मेहरोत्रा ने शारीरिक शिक्षकों को महत्वपूर्ण जानकारी दी. उन्होंने खेल के दौरान उत्पन्न होने वाले दर्द के प्रबंधन, विभिन्न प्रकार के आसन, प्राणायाम, खिलाड़ियो के लिए सही जूतों का चयन, शिक्षक को सीटी बजाने और राष्ट्रीय ध्वज बांधने जैसे व्यावहारिक पहलुओं पर प्रशिक्षण दिया.
उत्तर प्रदेश के सकलडीहा पीजी कॉलेज के प्रोफेसर श्याम लाल सिंह यादव ने भी शारीरिक शिक्षा की विभिन्न विधाओं से शिक्षकों का परिचय कराया. डायट की प्रभारी प्राचार्य अनामिका कुमारी, डॉ. रश्मि, डॉ. पंकज कुमार, डॉ. दीप्ति और व्याख्याता सह कार्यक्रम समन्वयक आशीष कुमार ने भी इस दौरान अपने विचार व्यक्त किए और शारीरिक शिक्षा के महत्व पर प्रकाश डाला. धन्यवाद ज्ञापन डॉ. रश्मि ने किया.
प्रशिक्षण के दूसरे दिन विशेषज्ञ अतिथियों ने शारीरिक शिक्षकों को शारीरिक शिक्षा से संबंधित विभिन्न पहलुओं से परिचित कराया. उन्होंने स्कूल में या स्कूल के बाद खेल के महत्व पर जोर दिया और कहा कि शारीरिक शिक्षा छात्रों को समग्र रूप से सशक्त बनाती है. विशेषज्ञों ने शारीरिक शिक्षकों से कहा कि खेल का विकास सिर्फ स्टेडियम या अन्य संसाधनों से नहीं होता, बल्कि शिक्षकों को इसके लिए स्कूल स्तर पर ही सशक्त प्रयास करने होंगे.
वक्ताओं ने स्वस्थ समुदाय के निर्माण के लिए स्कूल के सभी बच्चों की खेल गतिविधियों में भागीदारी को आवश्यक बताया. उन्होंने कहा कि इसके लिए शारीरिक शिक्षकों के साथ-साथ प्रधानाध्यापक सहित पूरे विद्यालय का सहयोग और वातावरण बनाना आवश्यक है. इस अवसर पर शारीरिक शिक्षा शिक्षकों की ओर से मनोज कुमार सिंह, राज कुमार, मुकेश कुमार, दीपक कुमार और अन्य शिक्षकों ने आभार प्रकट किया
