डीएम ने एफपीओ को उर्वरक, बीज व कीटनाशक दवा जैसी छोटे व्यवसाय करने के दये सुझाव
जिलाधिकारी निखिल धनराज की अध्यक्षता में शनिवार को जिलास्तरीय अनुश्रवण समिति की बैठक हुई
जिलाधिकारी ने की जिलास्तरीय अनुश्रवण समिति की बैठक मुंगेर. जिलाधिकारी निखिल धनराज की अध्यक्षता में शनिवार को जिलास्तरीय अनुश्रवण समिति की बैठक हुई. इस दौरान उन्होंने केंद्रीय क्षेत्र योजना के तहत मुंगेर जिला में गठित कृषक उत्पादन (एफपीओ) के प्रगति की समीक्षा की और उर्वरक, बजी, कीटनाशक दवा जैसी छोटे-छोटे व्यवसाय करने का सुरक्षा दिया. जिला कृषि पदाधिकारी ने सदस्यों को जानकारी दी कि वर्तमान में जिले के पैक्सों से संबंधित तीप व नाबार्ड द्वारा प्रवर्तित दो एफपीओ गठित है. उनके द्वारा यह भी अवगत कराया गया कि प्रत्येक एफपीओ को अनुदान सहायता के रूप अधिकतम 18 लाख या वास्तविक खर्च जो भी कम हो कराया जायेगा. प्रत्येक एफपीओ को अपने सदस्यों से शेयर के रूप में दो हजार रुपये प्रति सदस्य शेयर प्राप्त करेंगे. प्रत्येक एफपीओ को अधिकतम दो करोड़ रुपये के परियोजना के लागत पर ऋण लेने पर गारंटी की भी सुविधा दी जायेगी. जिलाधिकारी ने पैक्सों से संबंधित तीनों एफपीओ में सदस्यों की संख्या, शेयर राशि, खाता की स्थिति, व्यवसाय की स्थिति की जानकारी मांगी. जिस पर डीएओ एवं सीबीबीओ द्वारा संबंधित जानकारी दी गयी. डीएम ने बरियारपुर एफपीओ की स्थिति काफी कमजोर होने पर सीबीबीओ को निर्देशित किया कि उक्त प्रखंड में जिला सहकारिता पदाधिकारी का सहयोग प्राप्त करते हुए सहकारिता प्रसार पदाधिकारी के माध्यम से सदस्यों की संख्या में वृद्धि, पोर्टल पर सदस्यों की प्रविष्टि, शेयर राशि में वृद्धि, जमा राशि को बैंक खाता में जमा कराना, व्यवसाय करने संबंधी समिति द्वारा निर्णय लेना, जीएसटी के लिए आवेदन करवाने में अग्रतर कार्रवाई करें. टेटिया बंबर के संबंध में सीबीबीओ को निर्देश दिया कि जिला सहकारिता पदाधिकारी का सहयोग प्राप्त कर उक्त एफपीओ में भी शेयर की राशि में वृद्धि, बैंक खाता में राशि जमा करवाने आदि संबंधी कार्य करवाना सुनिश्चित करें. जिलाधिकारी ने संबंधित एफपीओ को प्रारंभ में उर्वरक, बीज एवं कीट नाशक दवाओं जैसी छोटे व्यवसाय करने का सुझाव दिया गया. उन्होंने जिला कृषि पदाधिकारी को निर्देश दिया कि समितियों को अनुज्ञप्ति प्रदान करना सुनिश्चित करें, ताकि समितियों द्वारा व्यवसाय कार्य किया जा सके. फसल चयन के संबंध में पूछने पर डीएओ ने जिले के प्रखंडवार चयनित फसल उत्पादन की जानकारी दी. डीएम ने पैक्सों से संबंधित एफपीओ के उपस्थित अध्यक्ष एवं कर्मी को एफपीओ की प्रगति के लिए एफपीओ में जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन करने का निर्देश दिया. उन्होंने कहा कि सदस्यों की संख्या और बढ़ाई जाय ताकि एफपीओ का विस्तार हो सके एवं शेयर राशि में पर्याप्त वृद्धि हो सके. सभी एफपीओ अपने-अपने कार्यालय को सार्वजनिक स्थल पर स्थापित करेंगें. ताकि किसानों को ससमय उचित जानकारी मिल सके.
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