पार्षदों के बहिष्कार से हंगामे की भेंट चढ़ी बोर्ड की बैठक, विकास पर नहीं हुई चर्चा

नगर पंचायत संग्रामपुर के गठन हुए तीन वर्ष हो गये, लेकिन विकास के नाम पर एक ईंट तक नहीं जोड़ा गया.

By ANAND KUMAR | September 27, 2025 8:31 PM

सामान्य बोर्ड की बैठक में बिना हस्ताक्षर किये पार्षद परिसर से हुए बाहर

संग्रामपुर. नगर पंचायत संग्रामपुर के गठन हुए तीन वर्ष हो गये, लेकिन विकास के नाम पर एक ईंट तक नहीं जोड़ा गया. अब नगर पंचायत के सामान्य बोर्ड की बैठक में नगर के विकास पर सहमति होनी थी तो बैठक पार्षदों के बहिष्कार की भेंट चढ़ गयी. हालांकि शनिवार को नगर पंचायत कार्यालय संग्रामपुर में मुख्य पार्षद नीलम देवी की अध्यक्षता में सामान्य बोर्ड की बैठक आयोजित की गयी. बैठक हंगामेदार रही.

बैठक के प्रारंभ होते ही उपमुख्य पार्षद मनोज साह सहित आठ पार्षदों ने यह कहते हुए बैठक का बहिष्कार कर दिया कि जिस दिन बैठक होती है उसी दिन सूचना दी जाती है. इसके बाद पार्षदों ने पंजी पर बिना हस्ताक्षर किये बैठक से बाहर निकल गये. पार्षदों ने आरोप लगाया कि चार महीने बाद बैठक बुलायी गयी है, जबकि नियम के अनुसार प्रत्येक माह बैठक होनी चाहिए. बैठक की भी सूचना उसी दिन दी जाती है, जिस दिन बैठक होती है. जिससे योजनाओं और एजेंडा पर तैयारी नहीं हो पाता है और चर्चा नहीं हो पाती है. जिसके कारण नगर पंचायत संग्रामपुर का विकास कार्य ठप पड़ा हुआ है. बहिष्कार करने वालों में वार्ड संख्या तीन की पार्षद सरिता देवी, चार की कुमारी दीपिका, पांच की सरोजनी देवी, आठ की बंदना कुमारी, 10 की सरोजनी देवी, 11 की आशीष कुमार और 12 की राधा देवी शामिल थी. मौके पर कार्यपालक पदाधिकारी मनीला राज ने कहा कि सामान्य बोर्ड की बैठक बुलायी गयी थी. जिसमें मुख्य पार्षद, उपमुख्य पार्षद सहित सभी 12 वार्ड पार्षद उपस्थित हुए थे. परंतु बिहार नगर पालिका अधिनियम 2007 की धारा 52 की कंडिका चार के तहत भारी अव्यवस्था उत्पन्न होने के कारण बैठक को अगले आदेश तक स्थगित कर दिया गया.

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