अपनी मांगों पर हड़ताली लिपिक अडिग, जिला से प्रखंड तक कार्यालय में कामकाज ठप
समाहरणालय संवर्ग के लिपिक की हड़ताल 10वें दिन सोमवार को भी जारी रही
मुंगेर. समाहरणालय संवर्ग के लिपिक की हड़ताल 10वें दिन सोमवार को भी जारी रही. जिसके कारण समाहरणालय, अनुमंडल से लेकर प्रखंड कार्यालय के सभी दफ्तरों कामकाज ठप रहा. हड़ताली कर्मचारियों ने आंबेडकर चौक पर बनाये गये धरनास्थल पर बैठे रहे और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. धरना का नेतृत्व बिहार अनुसचिवीय कर्मचारी संघ गोपगुट के मुंगेर जिला कार्यकारी अध्यक्ष रामानंद शर्मा ने की. समाहरणालय संवर्ग के लिपिक की हड़ताल पर रहने के कारण समाहरणालय, अनुमंडल, अंचल अधिकारी कार्यालय, प्रखंड कार्यालय के सभी दफ्तरों कामकाज ठप है. हड़ताल के कारण विधानसभा चुनाव की तैयारी, राजस्व महा अभियान, भूमि अधिग्रहण सहित अन्य कार्य, न्यायालय का कार्य, जन सरोकारों से जुड़ी अन्य कार्य बाधित है. जैसे-तैसे संविदा कर्मियों से कार्य का संपादन कराया जा रहा है. जिसके कारण जनता की परेशानी काफी बढ़ गयी है. हड़ताली कर्मचारियों ने कहा कि सरकार 20 वर्षों से ठगने का ही काम किया है. कर्मचारी कैशलेस चिकित्सा सुविधा, जिला मुख्यालय में आवास की व्यवस्था, कार्यबल में वृद्धि, पुरानी पेंशन सहित 10 सूत्री मांगों की पूर्ति होने तक लिपिकों का हड़ताल जारी रहेगा. अगर सरकार सम्मानजनक समझौता करते हुए 10 सूत्री मांगों को पूरा नहीं करती है तो पूरे बिहार के कर्मचारी और उसके परिवार आने वाले चुनाव में वोट की चोट से सरकार को सबक सिखाएंगे. धरना पर प्रवीण कुमार, हेमंत कुमार सिंह, अमरनाथ कुमार, सुमन सौरभ, आशुतोष कुमार, नीतीश कुमार, पुरुषोत्तम कुमार तिवारी, पंकज कुमार, रंजीत पासवान, प्रेम मिश्रा सहित अन्य बैठे थे.
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