मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना-3 के तहत अब अपग्रेड होंगी स्वास्थ्य सेवाएं
सदर अस्पताल में मरीजों की भीड़ को कम करने और मरीजों की सुविधा के लिये क्यू-मैनेजमेंट सिस्टम को पूरी तरह लागू किया जायेगा.
– सदर अस्पताल बनेगा अति विशिष्ट अस्पताल, तीन सीएचसी बनेंगे विशिष्ट
मुंगेरमुख्यमंत्री सात निश्चय योजना पार्ट-3 में अब स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ करने की तैयारी की जा रही है. जिसके लिये स्वास्थ्य विभाग ने सिविल सर्जन को पत्र भेजकर जिले में संचालित स्वास्थ्य संस्थानों को अपग्रेड करने तथा स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के निर्देश दिये हैं. इसके तहत जहां अब सदर अस्पताल अति विशिष्ट अस्पताल तथा जिले के तीन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र विशिष्ट अस्पताल के रूप में अपग्रेड होंगे. वही आशा अपने क्षेत्र में डोर-टू-डोर जाकर बच्चों का जन्म प्रमाण-पत्र देगी. इसके अतिरिक्त वृद्ध या असाध्य रोगों से पीड़ित मरीजों को संबंधित क्षेत्र की सीएचओ घर जाकर यथासंभव स्वास्थ्य सेवाएं देंगी.
सदर अस्पताल बनेगा अति विशिष्ट, तीन सीएचसी बनेंगे विशिष्ट
जिला स्वास्थ्य समिति के जिला कार्यक्रम प्रबंधक मो फैजान आलम अशरफी ने बताया कि विभागीय पत्र के अनुसार सदर अस्पताल को अब अति विशिष्ट अस्पताल के रूप में अपग्रेड किया जायेगा. जिसमें यहां संस्थागत प्रसव, सिजेरियन प्रसव, शिशु स्वास्थ्य सेवा, पैथोलॉजी व क्लीनिकल जांच सेवा, दवा उपलब्धता आदि को और अधिक सुदृढ़ किया जायेगा. इसके अतिरिक्त धरहरा, संग्रामपुर तथा हवेली खड़गपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को विशिष्ट अस्पताल के रूप में अपग्रेड किया जायेगा. इसमें इन तीनों स्वास्थ्य संस्थानों में प्रसव, जांच, दवा, ओपीडी, एएनसी, एनसीडी सहित सभी स्वास्थ्य कार्यक्रमों को पूरी तरह संचालित कर सुदृढ़ किया जायेगा.
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————————————————————सरकारी चिकित्सकों के निजी प्रैक्टिस पर लगेगी रोक
मुंगेर : विभागीय पत्र के अनुसार सभी सरकारी चिकित्सकों के निजी प्रैक्ट्रिस पर रोक होगी. हलांकि इसके लिये सरकारी चिकित्सकों को नॉन-प्रैक्ट्रिस अलॉउंस दिया जायेगा. जिसका निर्धारण विभागीय स्तर से ही किया जायेगा. इसके अतिरिक्त सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में कार्य करने वाले चिकित्सकों को भी विशेष प्रोत्साहन राशि दिया जायेगा. वहीो सदर अस्पताल में मरीजों की भीड़ को कम करने और मरीजों की सुविधा के लिये क्यू-मैनेजमेंट सिस्टम को पूरी तरह लागू किया जायेगा. जिसमें मरीजों के बैठने के लिये पर्याप्त सुविधा उपलब्ध करायी जायेगी. जबकि इन सभी की मॉनिटरिंग भी की जायेगी.बच्चों का घर तक पहुंचेगा जन्म प्रमाण पत्र
अब वैसे नवजात, जिनके परिजन जन्म के बाद घर चले जाते हैं और अपना जन्म प्रमाण पत्र प्राप्त नहीं कर पाते हैं. वैसे बच्चों का जन्म प्रमाण पत्र संबंधित क्षेत्र की आशा द्वारा बच्चे के घर पर जाकर दिया जायेगा. हलांकि जो परिजन अस्पताल में रहते हुये भी जन्म प्रमाण पत्र प्राप्त कर सकते हैं. इसके अतिरिक्त सभी प्रखंडों में संचालित हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर की सीएचओ अब डोर-टू-डोर विजिट कर वैसे वृद्ध व असाध्य रोग से पीड़ित मरीज, जो अस्पताल या स्वास्थ्य केंद्र तक जाने में असमर्थ हैं. वैसे वृद्ध व मरीजों चिन्हित कर उन्हें घर पर ही यथासंभव स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध करायेगी.कहते हैं सिविल सर्जन
सिविल सर्जन डॉ रामप्रवेश प्रसाद ने बताया कि विभागीय पत्र में मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना पार्ट-3 के तहत स्वास्थ्य संस्थानों को अपग्रेड तथा स्वास्थ्य सेवाओं को सुविधाजनक बनाने की बात कही गयी है. हलांकि इसमें विभागीय स्तर से निर्देश दिया जायेगा. जिसके आधार पर कार्य किया जायेगा. इसके लिये पत्र के निर्देशो को देखा जा रहा है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
