मुंगेर विश्वविद्यालय के वेबसाइट पर आधी-अधूरी सूचनाएं से विद्यार्थी असमंजस में
सात सालों में कुछ नहीं बदला तो मुंगेर विश्वविद्यालय का ऑफिसियल वेबसाइट. जिस पर आज भी आधी-अधूरी सूचनाएं विद्यार्थियों के बीच असमंजस की स्थिति बना रही है.
मुंगेर. मुंगेर विश्वविद्यालय के सात वर्षों के कार्यकाल में कई कमेटियां बदल गयीं. कई संकायों के डीन बदल गये. कई अधिकारी भी बदल गये, लेकिन इन सात सालों में कुछ नहीं बदला तो मुंगेर विश्वविद्यालय का ऑफिसियल वेबसाइट. जिस पर आज भी आधी-अधूरी सूचनाएं विद्यार्थियों के बीच असमंजस की स्थिति बना रही है. यह हाल तब है, जब विश्वविद्यालय अपने ऑफिसियल वेबसाइट के मेंटनेंस के लिये दो अलग-अलग एजेंसी से कार्य करवा रही है. दोनों एजेंसियों को प्रतिमाह लाखों का भुगतान भी कर रही है.
वेबसाइट पर अबतक पुराने डीन की सूचना
एमयू में वर्तमान में लगभग सभी संकायों के डीन बदल चुके हैं. जिसमें वर्तमान में सोशल साइंस के डीन प्रो. देवराज सुमन, ह्यूमेनिटी के डीन प्रो भवेशचंद्र पांडेय, साइंस के डीन प्रो विनोद कुमार हैं, लेकिन ऑफिसियल वेबसाइट के अनुसार, एमयू के साइंस के डीन प्रो ओपीएस गोपालन, सोशल साइंस के डीन प्रो अजय कुमार तथा ह्यूमेनिटी के डीन का पद ही खाली है. अब ऐसे में एमयू में पढ़ने वाले विद्यार्थियों में अपने संकाय के डीन को लेकर ही असमंजस की स्थिति बनी हुई है.
पीजी विभाग 21, वेबसाइट पर मात्र 20
एमयू में कुल 21 पीजी विभाग संचालित हैं. जिसमें साल 2021 में विश्वविद्यालय द्वारा 20 पीजी विभाग आरंभ किये गये. जबकि इस साल आईआरपीएम में भी पीजी विभाग आरंभ किये गये, लेकिन एमयू के वेबसाइट के अनुसार विश्वविद्यालय में केवल 20 पीजी विभाग ही संचालित हैं. हद तो यह है कि बीते दिनों एमयू के कई पीजी विभागों के विभागाध्यक्ष बदल गये हैं, लेकिन वेबसाइट पर अबतक पुराने पीजी विभागाध्यक्ष का नाम ही अंकित है. ऐसे में पीजी विभाग में पढ़ने वाले विद्यार्थी खुद अपने विभागाध्यक्ष को लेकर असमंजस में हैं. हद तो यह है कि प्रो. अजय कुमार, प्रो. ललन प्रसाद सिंह, प्रो. सुनील कुमार गुप्ता के सेवानिवृत्त हुये लंबा समय बीत चुका है, लेकिन विश्वविद्यालय के वेबसाइट पर अबतक सेवानिवृत्त शिक्षक ही अपने विभाग के पीजी विभागाध्यक्ष हैं.
साल 2018 का ही एकेडमिक कैलेंडर अबतक अपलोड
वर्तमान समय के डिजिटल युग में विद्यार्थी किसी भी कॉलेज या विश्वविद्यालय में नामांकन से पहले उसके वेबसाइट पर सभी सूचनाएं प्राप्त कर लेते है, ताकि वे अपने इच्छानुसार कॉलेज या विश्वविद्यालय का चयन कर सकते है, लेकिन एमयू के ऑफिसियल वेबसाइट पर नये विद्यार्थियों के लिये कोई सूचना अपडेट नहीं है. हाल यह है कि वेबसाइट पर अबतक साल 2018 का ही एकेडमिक कैलेंडर अपलोड है. जिसे 7 साल बाद तक अपडेट नहीं किया गया है. हद तो यह है कि एमयू जैसे विश्वविद्यालय जहां अब पीजी और पीएचडी की पढ़ाई आरंभ हो गयी है. उसके ऑफिसिशल वेबसाइट पर अबतक पीजी या पीएचडी के कोर्स का सेलेबस तक नहीं है.
कहते हैं नोडल अधिकारी
एमयू के नोडल अधिकारी डा. सूरज कोनार ने बताया कि विश्वविद्यालय के ऑफिसियल वेबसाइट पर विद्यार्थियों के लिए सभी सूचनाएं समय पर अपडेट कर दी जा रही है. हालांकि कई सूचनाएं लंबे समय से अपडेट नहीं की गयी है. इसे लेकर एजेंसी को सभी सूचनाएं अपडेट करने को कहा जायेगा. साथ ही निर्देशित किया जायेगा कि समय पर सभी सूचनाएं अपडेट किया जाये.
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