पहले बच्चों के हाथ में अंडा देकर खिंचवाया फोटो, फिर ले लिया वापस

जमालपुर प्रखंड के प्राथमिक विद्यालय फरीदपुर में अभिभावकों ने प्रधानाध्यापक को घेरा

By BIRENDRA KUMAR SING | November 22, 2025 10:42 PM

जमालपुर. शुक्रवार को छात्र-छात्राओं को मध्यान भोजन में अंडा देने का नियम बना हुआ है. लेकिन अंडा के नाम पर यहां के छात्र-छात्राओं को मानसिक तौर पर परेशान किया जाता है. इसी तरह की मानसिक प्रताड़ना शुक्रवार को प्राथमिक विद्यालय फरीदपुर में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं को झेलनी पड़ी. क्योंकि पहले इन बच्चों के हाथ में अंडा देकर फोटो खिंचवा कर फोटो को ई-शिक्षकोष पोर्टल पर डाला गया. इसके बाद बच्चों के हाथ से अंडा वापस ले लिया गया. इसके बाद शनिवार को बड़ी संख्या में अभिभावक स्थानीय वार्ड पार्षद चंदन कुमार के नेतृत्व में विद्यालय पहुंचे और प्रधानाध्यापक का घेराव किया.

अभिभावकों ने प्रधानाध्यापक का किया घेराव

स्कूल के बच्चे यशराज, खुशी, सोनू, अनुज राज, आजाद सहित अन्य बच्चों ने शुक्रवार की इस घटना की जानकारी अपने-अपने अभिभावकों को दी. इसके बाद शनिवार को बड़ी संख्या में अभिभावक स्थानीय वार्ड पार्षद चंदन कुमार के नेतृत्व में विद्यालय पहुंचे और प्रधानाध्यापक का घेराव किया. अभिभावकों का कहना था कि जब एमडीएम में अंडा खिलाना ही नहीं था, तो फिर बच्चों के हाथ में अंडा देकर फोटो क्यों खिंचवाया गया. उन्होंने कहा कि बच्चे यहां रोज घर पहुंच कर स्कूल में सही तरीके से भरपेट भोजन नहीं देने की शिकायत करते हैं. बच्चे यह भी बताते हैं कि दोबारा भोजन मांगने पर शिक्षक उन्हें डांट देते हैं और उन्हें झूठ बोलने को कहा जाता है. अभिभावकों ने कहा कि यदि विद्यालय में पठन-पाठन और एमडीएम की व्यवस्था में सुधार नहीं किया गया, तो विद्यालय में तालाबंदी कर देंगे.

पार्षद का आरोप माप तौल कर दिया जाता है चावल-दाल

प्राथमिक विद्यालय फरीदपुर वार्ड संख्या-29 में स्थित है. उस वार्ड के पार्षद चंदन कुमार ने स्पष्ट कहा कि यदि विद्यालय की स्थिति नहीं सुधरी, तो ग्रामीणों द्वारा स्कूल में तालाबंदी की जायेगी. उन्होंने स्कूल के रसोईया से भी पूछताछ की, तो रसोईया ने बताया कि उन्हें माप तौल कर चावल-दाल दिया जाता है. ऐसे में यदि किसी बच्चे का पेट नहीं भरता है, तो इसमें रसोइया की क्या गलती है.

प्रधानाध्यापक ने कहा-यह पहली और अंतिम गलती

अभिभावकों के तेवर को देखते हुए प्रधानाध्यापक बैकफुट पर आ गये और उन्होंने अभिभावकों को शांत करवाते हुए कहा कि यह उनकी पहली और अंतिम गलती है. आगे से शिकायत का मौका नहीं मिलेगा.

कहते है बीईओ

प्रखंड विकास पदाधिकारी सह प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी डॉ प्रभात रंजन ने कहा कि मामला संज्ञान में आया है. जांच के बाद दोषी पाये जाने पर प्रधानाध्यापक के विरुद्ध निश्चित रूप से कार्रवाई की जायेगी.

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