डकरा नाला पंप नहर योजना : निर्माण कार्य की धीमी रफ्तार से किसान परेशान
जमालपुर के शहरी क्षेत्र अंतर्गत फरीदपुर के तरफ लगभग 7.6 किलोमीटर और फ़रदा की
– प्रथम चरण का कार्य जून 2025 में होना था पूरा, अब तक अधूरा पड़ा कार्य
जमालपुरडकरा नाला पंप नहर योजना के निर्माण कार्य की धीमी रफ्तार से किसान परेशान हैं. उनको डर है कि इस बार भी गर्मी के दिनों में खेतों की सिंचाई मुश्किल हो जायेगी और फसल की उत्पादन क्षमता पर बुरा प्रभाव पड़ेगा. क्योंकि जून 2025 में ही इसके प्रथम चरण का कार्य पूरा करने का लक्ष्य था. लेकिन अब तक अर्थ वर्क यानी मिट्टी का कार्य ही चल रहा है.
जून 2025 में ही कार्य पूरा करने का निर्धारित था लक्ष्य
जानकारी के अनुसार डकरा नाला पंप नहर योजना के पहले चरण का कार्य जून 2025 तक ही पूरा कर लिया जाना था. परंतु विभिन्न कारणों से निर्माण कार्य प्रभावित हुआ और अब एक बार फिर पहले चरण के कार्य को जून 2026 तक पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. इस सिलसिले में जमालपुर के शहरी क्षेत्र अंतर्गत फरीदपुर के तरफ लगभग 7.6 किलोमीटर और फ़रदा की ओर 13 किलोमीटर मुख्य कैनाल का कार्य किया जा रहा है. बताया गया कि इसको लेकर फ़रदा, इंदरुख और फरीदपुर में वितरण केंद्र बनाया गया है. जहां से जमालपुर प्रखंड क्षेत्र के अलग-अलग हिस्सों में नहर का पानी पहुंचाया जायेगा. इसी सिलसिले में फ़रदा वितरण केंद्र से धरहरा के कुछ पंचायत में भी कनाल का पानी पहुंचाया जाना है.योजना पूरी होने से किसानों को मिलेगा सिंचाई में मदद
यह योजना खेतों में सिंचाई की सुविधा प्रदान करने में मील का पत्थर साबित होगा. इससे जमालपुर और धरहरा प्रखंडों के साथ ही लखीसराय जिला के एक प्रखंड के किसानों को खेती के लिए सिंचाई सुविधा उपलब्ध होगी. इस परियोजना से लगभग 3284 हैकटेयर भूमि पर सिंचाई की सुविधा उपलब्ध होगी. हालांकि योजना के कार्य की रफ्तार काफी धीमा है. अभी अर्थ वर्क अर्थात मिट्टी का ही कार्य चल रहा है. मिली जानकारी के अनुसार सिंचाई विभाग द्वारा पूर्व के डकरा नाला के नहर के डिस्मेंटल करना है. लेकिन अभी भी यह कार्य पूरा नहीं हो पाया है. हालांकि नहर में स्लीपर लगाने का कार्य जारी कर दिया गया है. स्लीपर लगाने के बाद नहर में प्लास्टिक लेयर चढ़कर पीसीसी ढलाई किया जायेगा. उसके बाद कैनाल तक पानी पहुंचाया जायगा.2022 को सीएम ने योजना को किया था पुनर्जीवित
यूं तो मुंगेर जिला में डकरा नाल परियोजना पर वर्ष 1982 में काम आरंभ हुआ था और तब लगभग 72 करोड़ की लागत से इस योजना को चालू किया गया था. योजना के अनुसार गंगा के पानी को ऊंचाई वाले क्षेत्र में एकत्रित कर वहां से नहर द्वारा किसानों को पटवन के लिए पानी दिया जाना था. परंतु जब योजना की लागत लगभग 700 करोड रुपए पहुंच गई तो एकाएक इस योजना को बंद कर दिया गया. उस समय बताया गया कि यह योजना संभव ही नहीं हो पायेगा. परंतु इसी बीच 12 सितंबर 2022 को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मुंगेर आगमन के दौरान डकार नाल पंप नहर योजना का निरीक्षण किया और इसे दोबारा पुनर्जीवित करने का निर्देश दिया. जिसके लिए 143 करोड रुपए का प्रावधान भी तैयार किया गया और राशि भी विमुक्त कर दी गई. इस योजना पर काम आरंभ होने के बाद इस क्षेत्र के किसानों में उम्मीद जगी है कि उन्हें पटवन के लिए कैनाल से पानी उपलब्ध हो पायेगा. जिसका किसान बाट जोह रहे हैं.कहते हैं अधिकारी
सिंचाई विभाग के सहायक अभियंता मनीष भारती ने बताया कि 143 करोड़ की लागत से कार्य आरंभ किया गया है. जमालपुर नगर परिषद क्षेत्र के फरीदपुर की ओर लगभग 7.6 किलोमीटर और फ़रदा की ओर लगभग 13 किलोमीटर मुख्य नहर में मिट्टी का कार्य जारी है. कैनाल निर्माण के लिए स्लीपर लगाये जा रहे हैं. स्लीपर का कार्य संपन्न होने के बाद पीसीसी ढलाई किया जायेगा. इस कार्य को अगले वर्ष 2026 जून तक पूरा कर किसानों को पानी उपलब्ध कराने का लक्ष्य रखा गया है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
