नगर पंचायत के गठन के तीन वर्ष बाद भी डंपिंग यार्ड की तलाश
नगर पंचायत के गठन के तीन वर्ष बाद भी डंपिंग यार्ड की तलाश
संग्रामपुर. नगर पंचायत, संग्रामपुर के गठन को तीन वर्ष बीत चुके हैं. बावजूद अबतक डंपिंग यार्ड के लिए भूमि का चयन नहीं किया गया है, जिसके कारण कचरे को यत्र-तत्र डंप किया जा रहा है. खासकर नहर को कचरा फेंके जाने का मुख्य स्पॉट बना दिया गया है. ऐसे में नगरवासियों में काफी नाराजगी है.
नगर पंचायत के गठन के तीन वर्ष बाद भी डंपिंग यार्ड की तलाश
विडंबना यह है कि नगर पंचायत के गठन के तीन वर्ष बीत गये, लेकिन डंपिंग यार्ड की तलाश अबतक जारी है. विभिन्न वार्डों के गली-मुहल्लों से उठाव किये जाने वाले कचरे को कभी बेलहरनी नदी तो कभी नहर किनारे फेंका जा रहा है. इससे जहां पर्यावरण को नुकसान पहुंच रहा है, वहीं स्थानीय लोग दुर्गंध व बीमारियों के खतरे से परेशान हैं. वार्ड संख्या पांच के ग्रामीण राकेश कुमार, अंशू कुमार, रितेश कुमार, दीपक कुमार, उमेश कुमार, अशोक कुमार व रूपेश यादव ने बताया कि संग्रामपुर बाजार के पश्चिमी छोर पर स्थित नहर किनारे लगातार कचरा डंप किए जाने से नहर का अतिक्रमण बढ़ रहा है. साथ ही नहर का पानी प्रदूषित हो रहा है. तेज हवा चलने पर दुर्गंध तेजी से फैलने लगता है. जिससे घर में रहना भी मुश्किल हो जाता है. वार्डवासियों ने कहा कि तीन साल बाद भी डंपिंग यार्ड के लिए जगह सुनिश्चित नहीं किया जाना दुर्भाग्यपूर्ण है. वार्डवासियों ने रोष व्यक्त करते हुए कहा कि मोहल्लों से भले ही कचरा उठाया जा रहा है. लेकिन उसे उसी मोहल्ले के बगल में ही फेंका जा रहा है. जिससे स्थिति नारकीय होती जा रही है.
कहते हैं कार्यपालक पदाधिकारी
कार्यपालक पदाधिकारी रवि शंकर सिंह ने बताया कि पूर्व के पदाधिकारी द्वारा सीओ को डंपिंग यार्ड के लिए भूमि उपलब्ध कराने हेतु अनुरोध किया गया था. लेकिन जमीन अभी तक उपलब्ध नहीं करायी गयी है. उन्होंने कहा कि फिलहाल अस्थायी तौर पर नहर किनारे कचरा डंप किया जा रहा है. असुविधा को देखते हुए जल्द ही वैकल्पिक व्यवस्था की जायेगी.
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