नगर निगम प्रशासन व सफाई एनजीओ के बीच 75 लाख घोटाले का आरोप

नगर निगम प्रशासन व सफाई एनजीओ के बीच 75 लाख घोटाले का आरोप

By AMIT JHA | December 28, 2025 8:55 PM

मुंगेर. नगर निगम प्रशासन की सांठ-गांठ से सफाई एनजीओ द्वारा प्रतिमाह 75 लाख रुपये का घोटाला किए जाने का आरोप मुंगेर नगर निगम के निर्वाचित यूनियन अध्यक्ष संजय केशरी ने लगाया. उन्होंने नगर भवन के सामने श्रमिकों की बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि नगर निगम प्रशासन व सफाई एनजीओ शाइन एंड स्टैण्डर्ड फेसिलिटी मैनेजमेंट प्रा लि के बीच कर्मचारियों के वेतन को लेकर एक बड़ा घोटाला किया जा रहा है. संजय केशरी ने कहा कि नगर निगम प्रशासन व एनजीओ के बीच 421 कर्मचारियों के एवज में 2024 में प्रतिमाह एक करोड़, सोलह लाख, पचास हजार रुपये का भुगतान करने का करार हुआ था. इस करार में प्रतिवर्ष 10 प्रतिशत की बढ़ोतरी भी तय की गयी थी. 2025 में यह राशि बढ़कर एक करोड़, अट्ठाईस लाख, पन्द्रह हजार रुपये प्रतिमाह हो गयी. हालांकि, केशरी का कहना था कि इस करार के बावजूद एनजीओ कर्मियों को प्रतिदिन केवल 480 रुपये के हिसाब से वेतन दिया जा रहा है. कुल मिलाकर एनजीओ कर्मियों को प्रतिमाह 52.54 लाख रुपये ही दिए जा रहे हैं, जबकि वास्तविक राशि 2025 में एक करोड़, अट्ठाईस लाख रुपये होनी चाहिए थी. इसके परिणामस्वरूप प्रतिमाह पचहत्तर लाख रुपये का घोटाला किया जा रहा है. संजय केशरी ने इस घोटाले की उच्चस्तरीय जांच की मांग करते हुए कहा कि इस पूरे मामले को नगर विकास व आवास विभाग, प्रमंडलीय आयुक्त, जिला पदाधिकारी व निगमायुक्त के साथ निगरानी विभाग व ईडी के पास ले जाया जायेगा. साथ ही संबंधित एनजीओ को ब्लैकलिस्ट करने की प्रक्रिया शुरू की जायेगी. इस दौरान यूनियन के महासचिव हीरा राउत, उपाध्यक्ष ओमप्रकाश यादव, उप मंत्री जुलुम यादव, नरेश राउत, आनंदी यादव, अमर मांझी, अशोक राउत, इंदु राउत, बाल्मीकि यादव, हेमन्त कुमार, मोहन मल्लिक, कारु मल्लिक, लक्ष्मण राउत, बिनोद राउत और मनियां देवी समेत अन्य लोग मौजूद थे.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है