मुंगेर में 28 हजार 993 बच्चों को लगेगा बीसीजी का टीका, लक्ष्य से पीछे तीन प्रखंड
बीसीजी एक तरह से वैक्सीन है. जो मुख्य रूप से शिशुओं को टीबी और दिमागी बुखार से बचाने के लिये लगाया जाता है.

– कैंसर जैसे घातक बीमारियों से बचाता है बीसीजी का टीका
मुंगेर———————-
स्वास्थ्य विभाग की ओर से जिले में टीकाकरण के 95 प्रतिशत लक्ष्य को हासिल करने के लिये कैंप मोड में अभियान चलाया जा रहा है. साथ ही जिले के 42 हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर सप्ताह में तीन दिन विशेष टीकाकरण अभियान चलाया जा रहा है. इसमें बीसीजी का टीकाकरण वित्तीय वर्ष 2024-25 के तहत अप्रैल माह तक 28 हजार 933 का लक्ष्य रखा गया है. बीसीजी के टीकाकरण में अप्रैल 2025 तक सबसे अधिक मुंगेर शहरी क्षेत्र में 609 तथा सबसे कम टेटियाबंबर प्रखंड में मात्र 98 बच्चों को ही टीका लगाया गया है. हलांकि जिला स्वास्थ्य विभाग ने अबतक 92.36 प्रतिशत टीकाकरण पूरा कर लिया है.बताया गया कि स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय तथा अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने जिले में 95 प्रतिशत टीकाकरण हर हाल में सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है. जिसे लेकर जिले में लगातार स्वास्थ्य विभाग द्वारा टीकाकरण अभियान चलाया जा रहा है. प्रभारी जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डा. फैजुद्दीन ने बताया कि जन्म लेने के 24 घंटे के भीतर ही नवजात शिशुओं को बीसीजी का टीकाकरण किया जाता है. बच्चे कहीं भी जन्म लें, सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों में निशुल्क टीकाकरण कराया जा सकता है. उन्होंने बताया कि नवजाता शिशुओ में बीसीजी का टीका लगाना अनिवार्य है. बीसीजी एक तरह से वैक्सीन है. जो मुख्य रूप से शिशुओं को टीबी और दिमागी बुखार से बचाने के लिये लगाया जाता है. टीबी और दिमागी बुखार से बचाने के अलावा बीसीजी का टीका कैंसर जैसे घातक बीमारियों के खतरे को कम करने का काम करता है. बीसीजी टीके की डोज लेने के बाद शिशुओं के शरीर में दिमागी बुखार और टीबी से बचने के लिये प्रतिरक्षण तैयार होता है. इस टीके का डोज लेने के बाद शिशु के शरीर में इम्यूनिटी यानि रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होती है. इसके अतिरिक्त जन्म से पांच तक बच्चों को कई अन्य टीके भी लगाये जाते हैं. जिसे अनिवार्य से रूप से लगाना चाहिए.
जिले में लगाया जाना है 28,993 बच्चों को बीसीजी का टीका
प्रतिरक्षण पदाधिकारी ने बताया कि जिले में वित्तीय वर्ष 2024-25 के तहत अप्रैल माह तक कुल 28,993 बच्चों को बीसीजी का टीका लगाने का लक्ष्य निर्धारित है. जिसमें अबतक 18,826 बच्चों को बीसीजी का टीका लगा दिया गया है. जो कुल 65 प्रतिशत है. वहीं मई माह के अंत तक शतप्रतिशत लक्ष्य को पूरा कर लिया जायेगा. उन्होंने बताया कि जिले में जहां टीकाकरण का प्रतिशत कम हैं. वहां कैंप मोड में बच्चों को चिन्हित कर टीकाकरण किया जा रहा है.
जमालपुर, संग्रामपुर और टेटियाबंबर टीकाकरण में पीछे
जमालपुर, संग्रामपुर और टेटियाबंबर प्रखंड बीसीजी टीकाकरण में सबसे पीछे हैं. टेटियाबंबर में जहां अबतक 44 प्रतिशत बच्चों को बीसीजी का टीका लगाया गया है. वहीं संग्रामपुर में 55 प्रतिशत बच्चों को बीसीजी का टीका लगाया गया है. जबकि जमालपुर में अबतक मात्र 32 प्रतिशत बच्चों को ही टीकाकृत किया गया है.
कहते हैं सिविल सर्जन
सिविल सर्जन डा. विनोद कुमार सिन्हा ने बताया कि बीसीजी का टीका बच्चों को कैंसर जैसे घातक बीमारियों से बचाता है. जिसे जन्म के बाद ही बच्चों को दिया जा रहा है. वहीं वैसे बच्चे जो टीका लेने से छूट गये हैं. वैसे बच्चों को चिन्हित कर टीकाकृत किया जा रहा है.
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——————————————-बीसीजी टीका लक्ष्य व प्राप्ति
प्रखंड लक्ष्य प्राप्ति
असरगंज 175 191
बरियारपुर 258 162धरहरा 310 160
जमालपुर 491 148खड़गपुर 500 376
सदर मुंगेर 329 70मुंगेर शहरी 489 609
संग्रामपुर 230 172तारापुर 260 299
टेटियाबंबर 180 98डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है