एके-47@मुंगेर : बिहार-झारखंड के सफेदपोशों से जुड़ा तार, एक विधायक व नेता का आया नाम, NIA करेगी पूछताछ

सुपरविजन रिपोर्ट में चार दर्जन लोगों के नाम मुंगेर : एके-47 हथियार मामले के अनुसंधान में कई महत्वपूर्ण लोगों के नाम सामने आ रहे हैं. इनमें कई सफेदपोश भी शामिल हैं. इन लोगों में एक विधायक व एक राजनीतिक पार्टी के युवा विंग के नेता भी शामिल हैं. पुलिस सूत्रों के मुताबिक, लगभग चार दर्जन […]

By Prabhat Khabar Print Desk | October 23, 2018 8:31 AM
सुपरविजन रिपोर्ट में चार दर्जन लोगों के नाम
मुंगेर : एके-47 हथियार मामले के अनुसंधान में कई महत्वपूर्ण लोगों के नाम सामने आ रहे हैं. इनमें कई सफेदपोश भी शामिल हैं. इन लोगों में एक विधायक व एक राजनीतिक पार्टी के युवा विंग के नेता भी शामिल हैं. पुलिस सूत्रों के मुताबिक, लगभग चार दर्जन लोगों के नाम सुपरविजन रिपोर्ट में दर्ज किये जा चुके हैं, जो एनआईए को सौंप दी गयी है.
इन सफेदपोशों ने एके-47 हथियार को या तो खरीदा है अथवा बिचौलिये का काम किया है. माना जा रहा है कि तीन से चार दिनों में उक्त विधायक व युवा विंग के नेता व कुछ सफेदपोशों से पूछताछ होगी. पुलिस सूत्रों के मुताबिक, इस मामले में मुंगेर प्रमंडल के एक विधायक का नाम मुंगेर पुलिस की जांच रिपोर्ट में आयी है. इसी जांच में प्रमंडलीय मुख्यालय के एक बड़े दल के युवा विंग के नेता का नाम भी सामने आया है.
इनका नाम इससे पहले कुछ आपराधिक मामलों से भी सामने आ चुका है. उसने डेढ़ सौ बार से ज्यादा तस्करों से बातचीत की है. इसका खुलासा तस्करों के मोबाइल नंबर के सीडीआर निकालने पर हुआ. पटना से गिरफ्तार एके-47 का एक मुख्य सप्लायर मंजर आलम उर्फ मंजी ने मुंगेर पुलिस को पूछताछ के बाद गया जिला निवासी राजीव कुमार सिंह उर्फ चुन्नू को गिरफ्तार किया.
इसका झारखंड के हजारीबाग में गणपति गन हाउस है, जो उसके पिता मिथिलेश प्रसाद सिंह के नाम से है. मंजी ने बताया था कि चुन्नू सिंह को उसने 11 लाख रुपये में दो एके-47 हथियार बेचा है. चुन्नू सिंह अभी जेल में बंद है. पुलिस के एक वरीय अधिकारी ने बताया कि मुंगेर के साथ ही गया, औरंगाबाद के कई ऑर्म्स डीलर भी एके-47 हथियार की खरीद-फरोक्त में शामिल हैं.
मुंगेर पुलिस के अनुसंधान में जिन-जिन आर्म्स दुकान की संलिप्ता सामने आयी है, उसका भी रिपोर्ट एनआईए को सौंपा है. इस तरह कई आर्म्स डीलर भी एनआईए के निशाने पर हैं, जिसकी जांच एनआईए ने शुरू कर दी है.
सीओडी से गायब एके-47 की पटना में हुई आपूर्ति
मुंगेर पुलिस के अनुसंधान में सामने आया है कि जिस तरह मध्य प्रदेश के जबलपुर सीओडी से गायब हथियार की आपूर्ति मुंगेर जिले में की गयी है, उसी तरह एक दूसरी टीम सीओडी से हथियार गायब कर 100 से अधिक एके-47 की आपूर्ति पटना जिले में की है.
सीओडी से हथियार चोरी कर मुंगेर में आपूर्ति करने के मामले में एमपी पुलिस ने सीओडी के पूर्व कर्मी पुरुषोत्तम लाल रजक व सीओडी के गोदाम इंचार्ज सुरेश ठाकुर को गिरफ्तार किया है, जबकि मुंगेर में उनसे हथियार खरीदने वाले तस्कर इमरान, शमशेर, सेना के जवान नियाजुल रहमान उर्फ गुलो व मंजर आलम उर्फ मंजी सहित 15 लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
एफआईआर व पर्यवेक्षण रिपोर्ट देख रही है टीम
एके-47 की जांच करने पहुंची 13 सदस्यीय एनआईए की टीम सोमवार को कांड के अनुसंधानकर्ता पुलिस पदाधिकारी एएसपी हरि शंकर कुमार से सभी छह प्राथमिकियां व उसके अनुसंधान से संबंधित दस्तावेज प्राप्त किया.
टीम ने डीआईजी जितेंद्र मिश्र व पुलिस अधीक्षक बाबू राम का पर्यवेक्षण रिपोर्ट भी ली है. इधर, जांच रिपोर्ट में कई सफेदपोश, विधायक व युवा विंग के एक चर्चित नेता का सामने आया है, जिसे एनआईए की टीम अब कभी भी गिरफ्तार कर सकती है. एनआईए की टीम डीएसपी एनके मालवीय के नेतृत्व में रविवार को मुंगेर पहुंची. सोमवार को आईओ एएसपी हरिशंकर कुमार ने एके-47 मामले में जमालपुर थाने में दर्ज एक कांड व मुफस्सिल थाने में दर्ज पांच कांडों का चार्ज सौंप दिया.

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