Motihari : केसरिया में शौच करने गये युवक की पीट-पीट कर हत्या

केसरिया के बिजधरी ओपी अंतर्गत जगीरहां गांव में शौच करने गये युवक की बदमाशों ने पीट-पीटकर हत्या कर दी.

By RANJEET THAKUR | May 4, 2025 9:38 PM

मोतिहारी . केसरिया के बिजधरी ओपी अंतर्गत जगीरहां गांव में शौच करने गये युवक की बदमाशों ने पीट-पीटकर हत्या कर दी. मृतक संजय राय (40) जगीरहां निवासी भुटेली राय का पुत्र था. घटना रविवार सुबह करीब 5.30 बजे के आसपास की है. बताया जाता है कि संजय सुबह में शौच करने के लिए घर से निकला था. रेलवे लाइन पर वह शौच करने गया, जहां पहले से घात लगाये बदमाशों ने उसे पकड़ लिया, इसके बाद रॉड, फाइटर सहित अन्य घातक हथियार से मार उसे अधमरा कर दिया. चिल्लाने की आवाज सुन परिजन सहित आसपास के लोग दौड़े, जिसके बाद बदमाश वहां से भाग निकले. परिजन उसे केसरिया पीएचसी ले गये. प्राथमिक उपचार कर डॉक्टरों ने उसको बेहतर इलाज के लिए रेफर कर दिया. परिजन उसे सदर अस्पताल लेकर पहुंचे, यहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. सूचना पर बिजधरी ओपी की पुलिस सदर अस्पताल पहुंची. शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया. सदर अस्पताल पहुंची मृतक की बड़ी पुत्री सिंधु कुमारी ने बताया कि पट्टीदार शिवपुजन राय से जमीन का विवाद चल रहा था. इसको लेकर रविवार सुबह शौच करने गये उसके पिता को शिवपुजन राय,शिवलोचन राय, रंजन राय, चंदन राय, कुंदन राय, अभिजीत कुमार, अजित कुमार सहित 10-12 लोगों ने घेर लिया, उसके बाद रॉड, फाइटर सहित अन्य हथियार से मारकर उनकी हत्या कर दी. थानाध्यक्ष राजीव कुमार ने बताया कि अभी आवेदन नहीं मिला है. शव का पोस्टमार्टम करा परिजनों को सौंप दिया गया है. परिजनों के बताये अनुसार आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर उनके घर छापेमारी की गयी, लेकिन सभी आरोपी घर से फरार थे. उनकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है.

15 कट्ठा जमीन को लेकर अपनों का बहाया खून, घर में कोहराम

बिजधरी जगीरहां के संजय राय की हत्या 15 कट्ठा जमीन के विवाद में की गयी. उसकी पुत्री सिंधु ने बताया कि उसके पिता के हिस्से की 15 कट्ठा जमीन पर शिवपुजन राय ने कब्जा कर लिया था. इधर कुछ दिन पहले उसके पिता ने अपनी जमीन पर कब्जा करने की कोशिश की. इसको लेकर विवाद उत्पन्न हुआ. उसी विवाद को लेकर उसके पिता की पीट-पीट कर हत्या कर दी गयी.

घर का इकलौता कमाने वाला था संजय, पांच मासूम बच्चों हुए अनाथ

संजय अपने घर का इकलौता कमाने वाला था. वह भाई में भी अकेला था. उसके चार संतान, जिसमे दो पुत्री व तीन पुत्र हैं. सबसे बड़ी पुत्री सिंधु है, जो थोड़ी समझदार है. बाकि चारों बच्चे अभी नादान हैं. पति की मौत से आहत कविता देवी सदर अस्पताल में कलेजा पीट-पीट कर रो रही थी. उसके पांचों मासूम बच्चे उसे ढांढस बंधाने में लगे थे. कोई मां के आंसू पोछ रहा था तो काेई गले से लगा चुप करा रहा था.

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