Madhubani News : पुलिस की ताकत बनी आधुनिक तकनीक, पकड़ा जे रहे अपराधी
वारदात कर बचने की मंसूबा पाल रहे अपराधियों का मंसूबा विफल हो रहा है.
अजय आनंद, मधुबनी
वारदात कर बचने की मंसूबा पाल रहे अपराधियों का मंसूबा विफल हो रहा है. नये आधुनिक तकनीकों के इस्तेमाल से अब जिले की पुलिस अपराधियों पर लगाम लगाने में सफलता पा रही है. तकनीकी क्षमता मजबूत होने से अपराधियों को वारदात कर फरार होना मुश्किल हो रहा है. सीसीटीवी फुटेज, मोबाइल कॉल डिटेल रिकॉर्ड, लोकेशन ट्रैकिंग व तकनीकी सर्विलांस से अपराधी तेजी से जिला पुलिस के हत्थे चढ़ रहे हैं.पिछले दिनों जिले में हुई कई आपराधिक घटनाओं का खुलासा पुलिस ने तकनीकी तौर पर किया है. यह पुलिस की ताकत बन गयी है. घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज, अपराधियों के मोबाइल लोकेशन की जांच से जिला पुलिस ने न कि शातिरों कि पहचान की है बल्कि उसे गिरफ्तार करने में सफलता पायी है. जिले के बाजार व संवेदनशील इलाकों में लगे कैमरे से घटनास्थल से अपराधियों के मूवमेंट को पुलिस को ट्रैक करने में सहायक हो रही है. वहीं, मोबाइल कॉल डिटेल रिकाॅर्ड और लोकेशन ट्रैकिंग से फरार अपराधियों की तलाश आसान बना दिया है. जिले के ऐसे कई उदाहरण है जो हत्या व चोरी के कई मामले है. जिसे जिला पुलिस ने तकनीकी का उपयोग कर एक सप्ताह के अंदर घटना का खुलासा कर दिया है .
केस – 1 :
बीते अक्टूबर माह में रेलवे स्टेशन से रात के साढ़े ग्यारह बजे अपने आवास स्टेडियम रोड स्थित हनुमाननगर जाने के क्रम में रोजगार सेवक रियाज अख्तर को गोली मार कर हत्या कर दी गई थी. इस घटना को लेकर एसपी योगेंद्र कुमार ने गंभीरता से लेते हुए विशेष टीम का गठन किया था. साथ ही घटना का उद्भेदन के लिए सख्त निर्देश दिया था. विशेष टीम घटना को गंभीरता से लेते हुए तकनीकी टीम के साथ आधुनिक उपकरण एवं विश्लेष प्रणालियों का उपयोग कर घटनास्थल से सीसीटीवी फुटेज को खंगाल पांच दिनों के अंदर घटना में संलिप्त छह अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया. वहीं, घटना के कारणों का खुलासा कर दिया था.केस -2 :
बीते 18 अक्टूबर को अरेर थाना क्षेत्र के बरही चौक नागवास स्थित ज्वेलर्स एव बर्तन भंडार से अपराधियों ने हथियार के बल पर ज्वेलर्स एवं नगद रुपये लेकर फरार हो गया था. मामले का उद्भेदन के लिए भी बनी विशेष टीम ने मानवीय आसूचना संकलन के आधार पर तकनीकी टीम के साथ छह दिनों के अंदर हथियार और गोली के साथ पांच अपराधी को गिरफ्तार कर मामले का खुलासा कर दिया.केस -3 :
पिछले दिनों अररिया थाना क्षेत्र में हुई चौकीदार पुत्र के अपहरण कर हत्या मामले में भी आधुनिक तकनीकी का इस्तेमाल करते हुए जिला पुलिस ने तीन दिनों के अंदर मामले का उद्भेदन कर दिया था. मामले का अनुसंधान के क्रम में ही मानवीय व तकनीक से एक अभियुक्त की गिरफ्तारी हुई थी. इसके बाद गिरफ्तार अपराधी से पूछताछ कर लापता बच्चे का शव अररिया ट्रामा सेंटर के पास से धान के खेत से बरामद किया था. वहीं, वारदात में संलिप्त अन्य दो अभियुक्तों कि गिरफ्तारी हुई थी. मामले को जिले की पुलिस ने तीन दिनों में घटना का खुलासा कर तीन अभियुक्तों को गिरफ्तार करने में सफलता पायी.केस-4 :
बीते माह 18 नवंबर को लौकही थाना क्षेत्र के अटरी गांव के वार्ड – 8 स्थित राजकीय मध्य विद्यालय से ताला तोड़कर कंप्यूटर व अन्य समान की चोरी मामले को भी पुलिस ने पांच दिनों में ही खुलासा कर दिया. इस मामले में भी विशेष टीम ने सभी आधुनिक तकनिक का उपयोग कर वारदातमें संलिप्त एक अभियुक्त गिरफ्तार करते हुए दो नाबालिग को निरुद्ध किया था. वहीं, चोरी के समान पांच मॉनीटर, दो सीपीयू, पांच यूपीएस, चार कीबोर्ड, माउस व प्रिंटर भी बरामद कर लिया था.क्या कहते हैं अधिकारी :
एसपी योगेंद्र कुमार ने कहना है कि अपराधी चाहे कितनी भी चालाकी करें तकनीक के इस दौर में उनके लिए बच पाना मुश्किल है. जिले की पुलिस सीसीटीवी नेटवर्क, मोबाइल सर्विलांस, आधुनिक तकनीकी और वैज्ञानिक अनुसंधान के जरिए अपराध की हर कड़ी को जोड़कर कर्रवाई कर रही है. अपराधियों की पहचान और गिरफ्तारी प्राथमिकता है .डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
