Madhubani News : टीम ने जिले में कुष्ठ रोग उन्मूलन कार्यक्रम का लिया जायजा

जिले में डेमियन फाउंडेशन बेल्जियम के सहयोग से संचालित कुष्ठ रोग उन्मूलन कार्यक्रम का मूल्यांकन फाउंडेशन की दो सदस्यीय फ्रांसेन मार्क एवं डॉक्टर जुअन ने किया.

By GAJENDRA KUMAR | December 5, 2025 9:38 PM

मधुबनी. जिले में डेमियन फाउंडेशन बेल्जियम के सहयोग से संचालित कुष्ठ रोग उन्मूलन कार्यक्रम का मूल्यांकन फाउंडेशन की दो सदस्यीय फ्रांसेन मार्क एवं डॉक्टर जुअन ने किया. टीम ने स्वास्थ्य केंद्रों का निरीक्षण कर मरीजों से फीडबैक लिया. सदस्यों ने कहा कि जिले में कुष्ठ रोग नियंत्रण एवं उपचार व्यवस्था संतोषजनक है. मरीजों को समय पर मल्टी ड्रग थेरेपी दवा उपलब्ध करायी जा रही है. जिला कुष्ठ नियंत्रण कार्यालय से प्राप्त जानकारी अनुसार जिले में वर्तमान में 600 कुष्ठ रोगी नियमित रूप से दवा का सेवन कर रहे हैं. यह सभी मरीजों की निगरानी स्वास्थ्य विभाग द्वारा की जा रही है. सामाजिक पुनर्वास को प्रोत्साहन देने के लिए सामाजिक सुरक्षा एवं पोषण कार्यक्रम के तहत 40 मरीजों को जिला कुष्ठ उन्मूलन नियंत्रण कार्यालय द्वारा सर्टिफिकेशन जारी किया गया है. प्रमाणपत्र के आधार पर मरीजों को जिला सामाजिक सुरक्षा कोषांग द्वारा हर माह 1 हजार 500 रुपए की राशि का नियमित भुगतान किया जा रहा है. इससे मरीजों को आर्थिक सहयोग मिल रहा है. एसीएमओ डॉ. एसएन झा ने कहा कि समुदाय की जागरूकता, समय पर पहचान और उपचार के माध्यम से जिले में कुष्ठ रोग के मामलों में लगातार कमी आ रही है. उन्होंने कहा कि डेमियन फाउंडेशन जैसी सहयोगी संस्था के साथ मिलकर स्वास्थ्य विभाग कुष्ठ रोग उन्मूलन के लक्ष्य की दिशा में निरंतर काम कर रहा है. कुष्ठ रोग की जांच व इलाज नि:शुल्क प्रदान कराती है सरकार डॉक्टर एसएन झा ने बताया कि कुष्ठ का सही समय पर इलाज शुरू नहीं होने यह लाइलाज हो जाता है. इससे मरीज को आजीवन परेशानियों का सामना करना पड़ता है. लोग समय पर कुष्ठ का इलाज करा सकें, इसके लिए सरकार द्वारा जिले के सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर कुष्ठ रोग की जांच एवं इलाज नि:शुल्क उपलब्ध कराया जा रहा है. इस क्रम में जिला से लेकर प्रखंड स्तर पर कुष्ठ रोग का नि:शुल्क इलाज किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा इसके इलाज के लिए मल्टी ड्रग थेरेपी का उपयोग किया जाता है. एमडीटी का पूरा खुराक नियमानुसार सेवन करने के बाद कोई भी कुष्ठ प्रभावित व्यक्ति सामान्य इंसान जैसा रह सकता है. कुष्ठ रोग के लक्षण त्वचा पर लाल एवं, हल्का स्पॉट होना. हाथ या पैर की उंगली का सुन्न होना. त्वचा के बाल झड़ने जैसी समस्या पैदा होना. कोई नुकीली चीज चुभाने पर भी अहसास नहीं होना – शरीर पर जगह-जगह चकत्ते पड़ना. – पलकें सामान्य से कम झपकना शामिल है. इस अवसर पर पर डीएफआईटी के अध्यक्ष पी. कृष्णमूर्ति, सचिव डॉ शिवा कुमार, डॉ सर्वथा राय, प्रदीप कुमार सहित ज जिला कुछ निवारण कार्यालय एवं डीएफआइटी कर्मी उपस्थित थे.

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