Madhubani News : एसडीएम ने उच्चैठ भगवती मंदिर परिसर स्थित विवाह भवन व धर्मशाला का किया निरीक्षण
प्रखंड के उच्चैठ स्थित सिद्धपीठ मां छिन्नमस्तिका भगवती मंदिर परिसर का एसडीएम शारंग पाणि पांडेय ने निरीक्षण किया.
बेनीपट्टी. प्रखंड के उच्चैठ स्थित सिद्धपीठ मां छिन्नमस्तिका भगवती मंदिर परिसर का एसडीएम शारंग पाणि पांडेय ने निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने विवाह भवन, धर्मशाला, तालाब का भिंडा और मंदिर परिसर का जायजा लिया. निरीक्षण के दौरान विवाह भवन स्थानीय लोगों के कब्जे में होने और श्रद्धालुओं से मांगलिक आदि कार्यों में उपयोग में देने के नाम पर मनमानी राशि वसूले जाने की बात सामने आई. विवाह भवन के आसपास के भूभाग भी अतिक्रमित है. जिसे गंभीरता से लेते हुए एसडीएम ने विवाह भवन को स्थानीय लोगों के कब्जे से मुक्त करवाकर नगर पंचायत के हवाले कर दिया. इसके बाद उन्होंने धनौजा की ओर से विवाह भवन तक तालाब भिंडा और बगीचा होकर मंदिर परिसर तक पहुंचने वाले भूभाग का भी अवलोकन किया. उस मार्ग में भी कुछ स्थानीय लोगों द्वारा मंदिर की जमीन अतिक्रमण कर लिए जाने की बात सामने आई. एसडीएम ने सभी कथित अतिक्रमणकारियों को नोटिस करने का निर्देश सीओ और नगर पंचायत के कार्यपालक पदाधिकारी को दिया. इसके बाद उन्होंने पूर्व में बने धर्मशाला का भी निरीक्षण किया. निरीक्षण के अंतिम चरण में एसडीएम ने मध्य सह उच्च माध्यमिक विद्यालय का भी निरीक्षण किया. उन्होंने एक ही कैंपस में संचालित दोनों विद्यालय के नामांकित और उपस्थित बच्चों, कुल और उपस्थित शिक्षकों की संख्या, एमडीएम संचालन की स्थिति विद्यालय, परिसर का भूभाग व साफ सफाई तथा पेयजल सहित विभिन्न बिंदुओं पर एचएम ममता कुमारी से जानकारी ली. इस दौरान एचएम ने उपद्रवियों द्वारा रात्रि में उपद्रव फैलाने, सामानों को क्षति पहुंचाने, पेयजल की व्यवस्था नहीं रहने और शिक्षकों की कमी रहने सहित विभिन्न बिंदुओं पर एसडीएम को जानकारी दी. साथ ही बीइओ को पेयजल और शिक्षकों की समस्या को खत्म करने का निर्देश दिया. वहीं नगर पंचायत के कार्यपालक पदाधिकारी को विद्यालय में साफ सफाई करवाने को निर्देशित किया. एसडीएम ने बताया कि भगवती स्थान के विकास की दिशा में पहल शुरू की गई है. पहले शुभ कार्यों के लिए कोई विशेष स्थल नहीं था. अब विवाह भवन उस रूप में प्रयोग किया जायेगा. मुंडन, विवाह सहित अन्य मांगलिक कार्यों के लिए विवाह भवन बुकिंग के लिये अब श्रद्धालुओं को सीधे नगर पंचायत कार्यालय से संपर्क करना होगा. बुकिंग कार्य नगर पंचायत कार्यालय से ही होगा. उन्होंने यह भी बताया कि भगवती स्थान के अतिक्रमण को भी शीघ्र ही खाली कराये जाने की कवायद शुरू कर दी गई है. खंडहर में तब्दील हो चुके धर्मशाला को तोड़कर उस स्थान पर अन्य विकासात्मक कार्य के लिए जिला प्रशासन को प्रस्ताव भेजा जायेगा. मौके पर सीओ अभिषेक आनंद, बीइओ मधुकर कुमार, नगर पंचायत के कार्यपालक पदाधिकारी गौतम आनंद, एचएम ममता कुमारी, शिक्षक सुनील कुमार, राजस्व कर्मचारी जमशेद आलम व अमीन लोकेश कुमार मौजूद थे.
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