Madhubani : लोकनायक जयप्रकाश नारायण की मनायी गयी जयंती
घोघरडीहा प्रखंड स्वराज विकास संघ सभागार जगतपुर में लोकनायक जयप्रकाश नारायण की जयंती समारोह धूमधाम से मनाई गई है.
झंझारपुर . घोघरडीहा प्रखंड स्वराज विकास संघ सभागार जगतपुर में लोकनायक जयप्रकाश नारायण की जयंती समारोह धूमधाम से मनाई गई है. संस्था के संस्थापक एवं सर्वोदय मंडल के भूतपूर्व अध्यक्ष तपेश्वर सिंह की अध्यक्षता में सर्वधर्म प्रार्थना माल्यार्पण एवं पुष्पांजलि द्वारा जयंती समारोह का शुभारंभ किया गया. संस्थापक ने लोकनायक जय प्रकाश नारायण की जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान उन्हें कई बार जेल जाना पड़ा. 1942 की क्रांति में उन्होंने हजारीबाग जेल से भागे. 1946 में अगस्त क्रांति के अग्रदूत के रूप में पटना में सार्वजनिक सम्मान भी मिला. 1947 में कांग्रेस महासमिति के बैठक में देश के बंटवारे का विरोध किया. 1948 माक्स की रणनीति छोड़ गांधी जी के साधन शुद्धि की कार्य पद्धति अपनायी. 1954 में बोधगया सम्मेलन में अहिंसक क्रांति के लिए जीवन दान दिए. 1960 में विश्व शांति सेना के अध्यक्ष मनोनीत किए गए. 1972 में चंबल घाटी के बागियों का आत्मसमर्पण कराया. 8 अक्टूबर 1979 को पटना में उनका देहावसान हुआ. पूर्व अध्यक्ष जितेंद्र कुमार ने कहा कि उनके विचार ही हमारी संस्कृति को बचा सकती है. जयंती समारोह में शैलेंद्र कुमार, विमल कुमार सिंह, उमेश कुमार, उपेंद्र मलिक, रेनू सिंह, मुन्नी कुमारी, निकिता दास, खुशी कुमारी, ज्योति कुमारी, शिल्पी कुमारी, चंदेश्वर यादव, इंद्रदेव राय, मनीष कुमार, सौरभ कुमार ने भी अपने अपने विचार रखा.
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