दुर्गा पूजा पर बाजार में उमड़ी भीड़, जाम से हांफी यातायात व्यवस्था
प्रतिमाओं को आकर्षक रूप से सजाकर नौ दिनों तक माता के नौ रूपों की आराधना होगी.
– मुख्यालय के बाजारों में खरीदारों का हुजूम, पंडालों की सजावट शुरू – प्रतिनिधि, मधेपुरा शारदीय नवरात्र और दुर्गा पूजा को लेकर रविवार से ही मधेपुरा के बाजारों में रौनक बढ़ गयी है. कपड़े व पूजा सामग्रियों की दुकानों पर खरीदारों की भीड़ उमड़ पड़ी. दुकानों को आकर्षक तरीके से सजाया गया है. भीड़ इतनी रही कि मुख्य बाजार, कर्पूरी चौक, भिरखी व अनुमंडल क्षेत्र तक जाम की स्थिति बनी रही. वाहन जाम में फंसे रहे और लोगों को निकलने में घंटों परेशानी हुई. सोमवार को कलश स्थापन के साथ ही मां दुर्गा की आराधना प्रारंभ होगी. नवरात्र के पहले दिन मां शैलपुत्री की पूजा होगी. श्रद्धालुओं में इसे लेकर उल्लास का माहौल है. – यातायात व्यवस्था बेपटरी – वाहनों के अनियंत्रित खड़े रहने से बाजार में जाम की समस्या बनी रही. पुलिस गश्ती करती दिखी, लेकिन जाम हटाने में नाकाम रही. यातायात डीएसपी चेतनानंद झा ने बताया कि पांचवी पूजा से रूट चार्ट जारी किया जायेगा और उसी के अनुसार वाहनों का संचालन होगा. – पूजा पंडालों में जोर-शोर से तैयारी – पूजा समितियां पंडालों को सजाने में जुटी हैं. बड़ी दुर्गास्थान, स्टेशन चौक, गौशाला और बंगाली दुर्गा मंदिर समेत विभिन्न जगहों पर भव्य पूजा की तैयारी है. प्रतिमाओं को आकर्षक रूप से सजाकर नौ दिनों तक माता के नौ रूपों की आराधना होगी. – श्रद्धालु जुटे खरीदारी में – पूजन सामग्रियों की दुकानों पर भीड़ उमड़ी रही. लोग चुनरी, धूप, दीप, कर्पूर, नारियल, नेवेद्य, कलश आदि की खरीदारी करते दिखे. पूरा वातावरण भक्तिमय बना हुआ है. – मां का आगमन और गमन – गोपी पंडित ने बताया कि इस बार मां दुर्गा का आगमन गज (हाथी) पर और गमन नरवाहन (मनुष्य) पर होगा, जो अति शुभ फलदायी है. – शुभ मुहूर्त – कलश स्थापन का सबसे उपयुक्त समय प्रातः 5:59 बजे है. शारदीय नवरात्र 22 सितंबर से शुरू होकर 2 अक्टूबर विजयादशमी तक चलेगा. प्रतिपदा, सप्तमी, अष्टमी और नवमी तिथियों का विशेष महत्व रहेगा. – बॉक्स – -मां के नौ रूप- 1. शैलपुत्री 2. ब्रह्मचारिणी 3. चंद्रघंटा 4. कूष्मांडा 5. स्कंदमाता 6. कात्यायनी 7. कालरात्रि 8. महागौरी 9. सिद्धिदात्री – नवरात्र का महत्व- – आश्विन शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा से नवमी तक चलता है शारदीय नवरात्र – अष्टमी व नवमी पर कन्या पूजन का विशेष महत्व – मां दुर्गा की आराधना के लिए सबसे शुभ अवसर – शहर के प्रमुख पंडाल – – बड़ी दुर्गा स्थान – स्टेशन चौक दुर्गा पूजा समिति – गौशाला दुर्गा मंदिर – बंगाली दुर्गा मंदिर – ग्रामीण इलाकों के पंडाल
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