Liquor Ban In Bihar: बिहार में कॉलेज पासआउट युवतियां कर रही हैं शराब की Home Delivery, स्कूटी की डिक्की देख पुलिस भी हैरान

बिहार में शराबबंदी (Liquor Ban In Bihar) के बाद शराब तस्कर (Liquor Smuggler) पुलिस से बचने के लिए हर रोज नये तरीके अपना रहे हैं. इस काम में अब युवतियों को शामिल कर लिया गया है. युवतियां शराब की होम डिलिवरी कर रही हैं. यह तरीका पुलिस से बचने के लिए शराब तस्करों ने अपनाया है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 31, 2021 8:06 PM

बिहार में शराबबंदी (Liquor Ban In Bihar) के बाद शराब तस्कर (Liquor Smuggler) पुलिस से बचने के लिए हर रोज नये तरीके अपना रहे हैं. इस काम में अब युवतियों को शामिल कर लिया गया है. युवतियां शराब की होम डिलिवरी कर रही हैं. यह तरीका पुलिस से बचने के लिए शराब तस्करों ने अपनाया है.

इसका खुलासा उस समय हुआ जब शराब की होम डिलिवरी कर रही बुलबुल कुमारी नाम की एक युवती को पीरबहोर पुलिस ने चेकिंग के दौरान अशोक राजपथ में पकड़ लिया. इसके पास से 180 एमएल की 18 बोतल शराब बरामद की गयी है. इसके साथ ही उसकी स्कूटी भी जब्त कर ली गयी. इसने अपनी स्कूटी की डिक्की में सभी बोतलों को छुपा कर रखा था और सप्लाइ करने जा रही थी.

युवती भिखना पहाड़ी के समीप स्थित बिहारी साव लेन गली की रहने वाली है. युवती की उम्र 25 वर्ष है और स्नातक पासआउट है. पुलिस की पूछताछ में इसने बताया कि घर की आर्थिक तंगी करने के कारण इस धंधे में उतर गयी और शराब की सप्लाइ करने लगी. इससे उसे प्रतिदिन 500 से 1000 रुपये की कमाई हो जाती है.

पीरबहोर पुलिस ने बताया कि उसने पूछताछ में फिलहाल यह जानकारी नहीं दी है कि वह शराब कहां से ला रही थी और किसे सप्लाइ करने जा रही थी. उसके पास से एक मोबाइल फोन भी बरामद किया गया है, जिसकी जांच की जा रही है.

पुलिस नहीं करती थी गाड़ी की चेकिंग

युवती बुलबुल कई दिनों से शराब की होम डिलिवरी कर रही थी. महिला होने के कारण वह हमेशा पुलिस की जांच के दौरान बच निकलती थी. क्योंकि कोई भी उसकी स्कूटी की डिक्की को खोल कर चेक नहीं करता था और उससे केवल गाड़ी के कागजात देखने के बाद जाने की इजाजत दे दी जाती थी. इसी का फायदा उठाते हुए वह आराम से शराब की डिलिवरी पटना के विभिन्न इलाकों में कर रही थी.

Also Read: Bihar News: पाकिस्तानियों ने हैक किया वेबिनार, भद्दी गालियां देते हुए बम से उड़ाने की दी धमकी

Posted by: utpal kant

Next Article

Exit mobile version