व्यवस्थित, सुरक्षित व मानक प्रोटोकॉल के अनुरूप हो मतगणना : डीएम
व्यवस्थित, सुरक्षित व मानक प्रोटोकॉल के अनुरूप हो मतगणना : डीएम
लखीसराय. बिहार विधानसभा आम निर्वाचन 2025 के सफल, पारदर्शी व शांतिपूर्ण संचालन हेतु मतगणना प्रक्रिया को पूर्णतः व्यवस्थित, सुरक्षित व मानक प्रोटोकॉल के अनुरूप संपन्न कराना जिला प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है. इसी को लेकर समाहरणालय स्थित मंत्रणा कक्ष में शनिवार को जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह जिलाधिकारी मिथिलेश मिश्र के पर्यवेक्षण व निर्देशन में विधानसभा क्षेत्र 167 सूर्यगढ़ा तथा 168 लखीसराय हेतु नियुक्त मतगणना सहायकों, सुपरवाइजरों व माइक्रो ऑब्जर्वरों का विस्तृत प्रशिक्षण दिया. डाक मत पत्रों की गणना हेतु नियुक्त पब्लिक कर्मियों/मतगणना सहायकों को भी पृथक मॉड्यूल में प्रशिक्षण दिया गया. प्रशिक्षण के दौरान भारत निर्वाचन आयोग के नवीनतम दिशा-निर्देशों की जानकारी विस्तार से दी गयी. विशेष रूप से पोल्ड स्ट्रांग रूम की ओपनिंग प्रक्रिया, सुरक्षा की तीन स्तरीय व्यवस्था, सीसीटीवी रिकॉर्डिंग, मतगणना के समय स्ट्रिक्ट मूवमेंट कंट्रोल, रिपोल वाले मतदान केन्द्रों हेतु टू बी काउंटेड चिह्नित कंट्रोल यूनिट को ही गणना हॉल में लाने का प्रोटोकॉल, सीयू-टोटल डिस्प्ले प्रक्रिया, फार्म 17 सी भाग-टू की विधि तथा मॉक पोल सर्टिफिकेट सत्यापन आदि विषयों पर विस्तृत तकनीकी समझ प्रदान की गयी. मतगणना दिवस पर स्ट्रांग रूम को केवल आयोग द्वारा अनुमोदित प्रक्रिया के तहत उम्मीदवार, उनके अधिकृत प्रतिनिधि, प्रेक्षक, आरओ, एआरओ आदि की उपस्थिति में वीडियोग्राफी के साथ खोला जायेगा. गणना के दौरान केवल कंट्रोल यूनिट को ही गणना हॉल में अनुमति होगी. रिपोल हुए मतदान केंद्रों पर वह कंट्रोल यूनिट ही प्रयोज्य होगी जिस पर टू बी काउंटेड अंकित है. जिला निर्वाचन पदाधिकारी मिथिलेश मिश्र ने प्रशिक्षण को संबोधित करते हुए कहा कि मतगणना लोकतंत्र का वह संवेदनशील अंतिम चरण है जहां जीरो कॉम्प्रोमाइज की नीति अनुसरण अनिवार्य है. उन्होंने निर्देश दिया कि प्रत्येक पदाधिकारी पारदर्शिता, प्रोटोकॉल अनुपालन और समयबद्ध कार्य निष्पादन सुनिश्चित करेंगे. उन्होंने यह भी कहा कि मतगणना कार्य में किसी भी प्रकार की लापरवाही, असावधानी, गैर-प्रमाणिक क्रिया अथवा दिशानिर्देश उल्लंघन को शून्य सहिष्णुता की नीति के अंतर्गत लिया जायेगा. मतगणना दिवस हेतु सभी व्यवस्था, आइटी लॉजिस्टिक, सीसीटीवी, बैरिकेडिंग, सुरक्षा, आवागमन रूट, पीआरसी-आरओ-सीयू हैंडओवर प्रक्रिया तथा वीवीपैट रैंडम काउंटिंग प्रोटोकॉल का भी पूर्व परीक्षण किया जा रहा है. प्रशिक्षण में अपर समाहर्ता नीरज कुमार, उप विकास आयुक्त सुमित कुमार, स्थापना उपसमाहर्ता शशि कुमार, जिला शिक्षा पदाधिकारी यदुवंश राम सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित रहे.
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