सड़क की हालत खराब, रेलवे कर्मचारियों को परेशानी
सड़क की हालत खराब, रेलवे कर्मचारियों को परेशानी

लखीसराय. क्षेत्र के सबसे पुराने किऊल स्टेशन के समीप सड़क की बदहाली वर्षों से देखी जा रही है. रेलकर्मी भी सड़क की बदहाली पर कोई टीका टिप्पणी नहीं करते है. उनके बच्चों के स्कूली बस या उनके परिजनों का आवागमन रेल सड़क से होता है. जगह-जगह रेल सड़क में गड्ढा हो चुका है. गड्ढे के कारण कोई बड़ी दुर्घटना हो सकती है. इस सड़क से होकर ऑटो, ई-रिक्शा सवारी लेकर चानन की ओर आवागमन करते रहते हैं. बरसात में सड़क के गड्ढे में पानी भरने से दुर्घटना की आशंका बनी रहती है. रेल यूनियन के लोगों ने भी रेलवे की सड़क की बदहाली काे कभी मुद्दा नहीं बनाया. गर्मी के दिनों में सड़क से गुजरते वाहनों के धूल उड़ने से कॉलोनी वासियों का जीना दुश्वार हो जाता है. गर्मी के दिनों में कॉलोनी के क्वार्टर में धूल से कमरा में रखे समान एवं कपड़ा सहित खाने का समान आदि खराब हो जाते हैं, लेकिन इस तरह की समस्या को लेकर आज तक कोई भी रेल यूनियन ने इसे मुद्दा नहीं बनाया है. आरएमएस के सामने से होकर एईएन कार्यालय एवं रेल पुल के नीचे होते आईओडब्लू ऑफिस होकर किऊल रोड में मिलने वाली सड़क पर कही भी पिच दिखायी नहीं देता है. सभी रोड में बड़े बड़े गड्डे बन गये हैं. बरसात के दिनों में इस सड़क पर पैदल चलना मुश्किल हो जाता है.
रेलवे की सड़क से बिहार सरकार व रेल विभाग को मिलता राजस्व
रेलवे की सड़क से रेल विभाग एवं बिहार सरकार दोनों को अच्छी राजस्व को प्राप्ति हो रही है, लेकिन रेलवे की सड़क की मरम्मती की ओर कभी भी किसी का ध्यान आकृष्ट नहीं हुआ है. जबकि किऊल रेलवे रैक पर लगभग सभी दिन विभिन्न सीमेंट कंपनियों का रैक लगाया जाता है. जिससे रेल विभाग को लाखों की राजस्व की प्राप्ति होती है. इसके अलावे इस सड़क पर सवारी गाड़ी एवं बालू लोड वाहन के अलावा चानन में विभिन्न सरकारी कार्यों के बड़े बड़े ट्रक का भी परिचालन किया जाता है. इससे भी बिहार और रेल राजस्व की प्राप्ति होती है. सवारी वाहन से रेल स्टैंड द्वारा स्टैंड शुल्क वसूला जाता है. जिससे प्रति दिन बिहार एवं रेल विभाग को हजारों रुपये का राजस्व की प्राप्ति होती है.बोले अधिकारी
एईएन राजेश कुमार ने बताया कि सड़क की मरम्मती के लिए प्रपोजल भेजा गया है. प्रस्तावित योजना पास होने के बाद सड़क का निर्माण कराया जायेगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है