लखीसराय फिल्म महोत्सव की तैयारियां तेज, गोवा तक गूंजी चर्चा
कल से प्रारंभ होगा तीन दिवसीय लखीसराय फिल्म महोत्सव
कल से प्रारंभ होगा तीन दिवसीय लखीसराय फिल्म महोत्सव
लखीसराय. जिले में आगामी तीन से पांच दिसंबर तक आयोजित होने वाले लखीसराय फिल्म महोत्सव को लेकर तैयारियां जोरों पर है. तीन दिवसीय इस आयोजन को लेकर न सिर्फ बिहार, बल्कि देश और विदेश में भी उत्साह देखी जा रही है. हाल ही में संपन्न हुए भारत के अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव, गोवा (आईएफएफआई) में भी लखीसराय फिल्म महोत्सव की चर्चा विशेष रूप से सुर्खियों में रही. महोत्सव के निदेशक सह जिलाधिकारी मिथिलेश मिश्र ने बताया कि देशभर के फिल्म प्रेमियों और फिल्मकारों ने इसमें भाग लेने के लिए संपर्क साधा है. उन्होंने कहा कि “इससे यह स्पष्ट होता है कि बिहार, विशेषकर लखीसराय में सिनेमा और सांस्कृतिक आयोजनों के लिए अपार सम्भावनाएं मौजूद हैं. आवश्यकता केवल निरंतर प्रयास की है”. महोत्सव के संयोजक सह सिनेयात्रा के सचिव रविराज पटेल ने कहा कि फिल्म महोत्सव का सबसे बड़ा लाभ यह है कि दर्शक दुनिया भर की कला, संस्कृति, भाषाओं और विभिन्न कथाओं से परिचित होते हैं. उन्होंने बताया कि “फिल्में जीवन के संघर्ष, संवेदना और मानवीय कहानियों को समझने का अवसर देती हैं. इस वर्ष महोत्सव में ऐसी ही प्रेरक और पुरस्कृत फिल्मों का विशेष प्रदर्शन होगा”. यह आयोजन भारत के प्रथम राष्ट्रपति भारत रत्न डॉ. राजेंद्र प्रसाद की जयंती, जिसे मेधा दिवस के रूप में मनाया जाता है के उपलक्ष्य में आयोजित किया जा रहा है. साथ ही, इस वर्ष देश के प्रथम उप प्रधानमंत्री लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल की 150 वीं जयंती तथा ‘वंदे मातरम’ गीत की 150 वीं वर्षगांठ भी है. महोत्सव इन ऐतिहासिक अवसरों पर देश के महापुरुषों, उनकी विरासतों और सांस्कृतिक धरोहरों को सम्मान देने का संदेश भी देता है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
