सीजेआइ पर न्यायालय में जूता फेंकने की वाम मोर्चा ने की निंदा
सीजेआइ पर न्यायालय में जूता फेंकने की वाम मोर्चा ने की निंदा
चानन. कामरेड ब्रह्मदेव महतो की अध्यक्षता में शनिवार को मननपुर में सरयुग साव के आवास पर वाम मोर्चा की एक विचार गोष्ठी आयोजित की गयी. जिसमें उच्चतम न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश बीआर गवई पर न्यायालय में जूता फेंकने की कार्रवाई की निंदा की गयी. इस गोष्ठी में निम्नलिखित सदस्य उपस्थित हुए कामरेड दीनदयाल यादव, ब्रह्मदेव महतो, सुरेश प्रसाद वर्मा, द्वारिका प्रसाद बिंद, बालेश्वर प्रसाद यादव आदि ने कहा कि मुख्य न्यायाधीश पर जूता फेंकना भारतीय संविधान पर हमला है एवं भारत के मूल निवासियों यथा ओबीसी, ईबीसी, दलित, महादलित, आदिवासियों व धार्मिक अल्पसंख्यकों के लिए चेतावनी है, जो संविधान के अनुसार देश चलाना चाहेगा. कुचल दिया जायेगा. दलित नेता कहलाने वाले चिराग पासवान, जीतन राम मांझी व ओबीसी दलित एवं महादलित महिलाओं की हिमायती बताने वाले सुशासन बाबू भी विरोध ना जता सके. बल्कि मनुवादी के अंगरक्षक की भूमिका निभा रहे हैं. अतः जनता से अपील करते हैं कि जिन ब्राह्मणों एवं ब्राह्मण वादियों ने हमें शूद्र कहकर गुलामी करवाया, जातियों में बांटकर कमजोर बनाया एवं पशु से भी बदतर समझा और पुनः वही व्यवस्था लाना चाह रहे हैं. उसके मंसूबे को कुचलने के लिए उसे एवं उसके अंगरक्षकों को सत्ता से बाहर करने के लिए जाति भेद से ऊपर उठकर अपनी संगठित शक्ति का प्रदर्शन करेंगे.
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