20 अप्रैल को वक्फ संशोधन कानून के खिलाफ विपक्षी दलों की सभा
20 अप्रैल को वक्फ संशोधन कानून के खिलाफ विपक्षी दलों की सभा
किशनगंज. शहर के लहरा मैदान में 20 अप्रैल को वक्फ संशोधन कानून के खिलाफ होने वाली बड़ी सभा को लेकर विपक्षी दलों के नेताओं ने प्रेसवार्ता आयोजित की. जिसमें एआइएमआइएम बिहार प्रदेश अध्यक्ष सह विधयक अख्तरुल ईमान, राजद विधायक इजहार अशफी, कांग्रेस विधायक इजहारुल हुसैन, पूर्व जिप अध्यक्ष फैयाज आलम, वक्फ प्रोटेक्शन मूवमेंट के कन्वेनर मौलाना शमीम रियाज़ नदवी, एआइएम प्रदेश कोषाध्यक्ष इसहाक आलम, मजहरुल हुसैन सहित कई प्रमुख जनप्रतिनिधियों और सामाजिक-धार्मिक नेताओं ने भाग लिया. कॉन्फ्रेंस के दौरान वक्ताओं ने केंद्र सरकार द्वारा प्रस्तावित वक्फ संशोधन कानून 2025 को सख़्त लहजे में काला कानून बताया. उन्होंने कहा कि यह संशोधन एक्ट वक़्फ संपत्तियों की हिफाजत की बजाय उसे समाप्त करने की दिशा में एक खतरनाक कदम है. कन्वेनर मौलाना शमीम रियाज़ नदवी ने कहा कि वक्फ संपत्तियां मुस्लिम समुदाय की धार्मिक और सामाजिक धरोहर हैं और यह संविधान के तहत संरक्षित हैं. ऐसे में वक्फ कानून में संशोधन करके सरकार न केवल समुदाय की भावनाओं से खिलवाड़ कर रही है, बल्कि यह संविधान की आत्मा के भी खिलाफ है. एआईएम प्रदेश अध्यक्ष अख्तरुल इमान, विधायक इजहार असफी, विधायक इजहारूल हुसैन ने कहा कि वह विधानसभा के भीतर और बाहर इस कानून के खिलाफ पूरी ताक़त से आवाज़ उठाएंगे और जनता के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े रहेंगे. प्रेस कॉन्फ्रेंस में जनता से अपील की गई कि वह मजहब या फिर किसी भी विचारधारा की दीवार को तोड़कर एकजुट होकर बीस अप्रैल को लहरा मैदान पहुंचे और इस ऐतिहासिक आंदोलन को सफल बनाए. नेताओं ने यह भी स्पष्ट किया कि यह आंदोलन किसी पार्टी या संगठन के लिए नहीं, बल्कि वक़्फ़ की हिफाज़त के लिए है और इसमें हर वर्ग के लोगों की भागीदारी ज़रूरी है.
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