पेंशनधारियों की बढ़ी मुश्किलें, ई-लाभार्थी पोर्टल पर जीवन प्रमाणीकरण बंद

जीवन प्रमाणीकरण बंद होने से सामाजिक सुरक्षा योजनाओं के तहत लाभार्थियों को भुगतान नहीं मिल पा रहा है.

By RAJKISHORE SINGH | September 7, 2025 9:37 PM

बिना जीवन प्रमाणीकरण बैंक एकाउंट में पेंशनधारियों को नहीं मिल पा रही है पेंशन की राशि

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महीनों से चक्कर काट रहे हैं सामाजिक सुरक्षा योजना के लाभार्थी

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नये आवेदन करने वालों को सबसे ज्यादा हो रही है परेशानी

खगड़िया. जिले के वृद्ध, विधवा और दिव्यांग पेंशनधारियों की मुश्किलें बढ़ गई है. ई-लाभार्थी पोर्टल पर जीवन प्रमाणीकरण बंद कर दिये जाने के कारण लाभार्थियों को पेंशन का भुगतान नहीं हो पा रहा है. वृद्ध, विधवा और दिव्यांग पेंशनधारियों की समस्याओं के समाधान के लिए गोगरी बीडीओ राजाराम पंडित ने विभाग सहित जिला सामाजिक सुरक्षा कोषांग के सहायक निदेशक को पत्र लिखा है. उन्होंने पेंशनधारियों को हो रही भारी परेशानी से अवगत कराते हुए कहा कि जीवन प्रमाणीकरण बंद होने से सामाजिक सुरक्षा योजनाओं के तहत लाभार्थियों को भुगतान नहीं मिल पा रहा है. इसका सबसे ज्यादा असर वृद्ध, विधवा और दिव्यांग पेंशनधारियों पर पड़ रहा है, जिन्हें बार-बार नगर प्रखंड कार्यालय के चक्कर लगाना पड़ता है. जिससे उन्हें काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है. बीडीओ ने सहायक निदेशक से कहा कि वे इस समस्या का जल्द से जल्द समाधान करें. उन्होंने कहा कि ई-लाभार्थी पोर्टल पर जीवन प्रमाणीकरण को फिर से शुरू करने के लिए जल्द से जल्द आवश्यक कार्रवाई की जाय. ताकि इन पेंशनधारियों को समय पर उनकी पेंशन मिल सके.

क्या है ई-लाभार्थी पोर्टल

ई-लाभार्थी पोर्टल बिहार सरकार का एक ऑनलाइन प्लेटफॉर्म है. जो वृद्धावस्था, विधवा और दिव्यांगता पेंशन जैसी सामाजिक कल्याण योजनाओं के लाभार्थियों को एक केंद्रीकृत मंच पर लाती है. यह पोर्टल लाभार्थियों को योजनाओं के लिए आवेदन करने, अपनी आवेदन की स्थिति की जांच करने, भुगतान की स्थिति देखने और योजनाओं से संबंधित अन्य महत्वपूर्ण जानकारी घर बैठे प्राप्त करने की सुविधा देता है. इसके लिए आधार नंबर या फिर पेंशन एकाउंट नंबर आदि डालने पड़ते हैं.

कहते हैं गोगरी बीडीओ

बीडीओ राजाराम पंडित ने कहा कि जीवन प्रमाणीकरण की समस्या सिर्फ खगड़िया की ही नहीं है. राज्य भर के लोगों को इससे जूझना पड़ रहा है. विभाग स्तर से ही पोर्टल को ठीक किया जाएगा. फिर आरटीपीएस काउंटर या सामाजिक सुरक्षा विभाग से अधिकृत केंद्र पर आधार नंबर व बैंक एकाउंट के साथ जीवन प्रमाणीकरण को लेकर ई-केवाईसी करना होगा.

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