सिराजपुर गांव की मां दुर्गा मन्नतें करती हैं पूर्ण, मां की महिमा अपरंपार
शारदीय नवरात्र में यहां आधुनिक तरीके से भव्य प्रतिमा स्थापित की जाती है
परबत्ता. प्रखंड के तेमथा करारी पंचायत स्थित अगुआनी -महेशखूंट सड़क मार्ग से सटे सिराजपुर गांव में स्थापित मां दुर्गा की शक्ति व उनकी महत्ता अपरंपार है. आज यहां दूसरे जिला से लोग भी मन्नत मांगते आते है मां की कृपा से उनकी मन्नत पूरी भी हो जाती है. शारदीय नवरात्र में यहां आधुनिक तरीके से भव्य प्रतिमा स्थापित की जाती है. सिराजपुर गांव की मां दुर्गा की कृपा से जब यहां के लोग 1973 से 75 के बीच हुए गंगा कटाव से विस्थापित होकर दयनीय स्थिति में आ गए थे तो कई बार विस्थापन से गुजरना पड़ा तब लोगों ने मां को भरोसे छोड़ दिया. मां की असीम कृपा से सभी लोग सुखी संपन्न हैं. कई लोगों ने मां की कृपा से सरकारी नौकरी पाये. ग्रामीण बताते हैं कि पूर्व में गंगा कटाव से पहले रुपौहली तेमथा में मां की प्रतिमा स्थापित होती थी. जब 1975 में सिराजपुर गांव गंगा की घटनाओं में विलीन हो गया. तब सिराजपुर के विस्थापित लोग अपने साथ मां दुर्गा को लेते आए यहां 1976 में मां दुर्गा को स्थापित की गई. इन दिनों मंदिर परिसर में अत्याधुनिक डिजिटल प्रोजेक्टर के माध्यम से रामायण का प्रसारण पूजा समिति की तरह से किया गया है. 1 एवं 2 अक्टूबर को देवी जागरण का आयोजन किया गया है. इधर श्री दुर्गा सप्तशती के पाठ से माहौल भक्तिमय बना हुआ है
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