महिला संवाद: सामुदायिक शौचालय, विवाह भवन, रोजगार की मांग उठा रहीं महिलाएं
ग्रामीण विकास विभाग बिहार सरकार द्वारा जीविका की महिला ग्राम संगठनों में संचालित महिला संवाद में महिलाएं अपने बदलाव की आवाज को बुलंद कर रही है.
36 कार्यक्रम में 7436 महिलाओं की रही भागीदारी
कटिहार. ग्रामीण विकास विभाग बिहार सरकार द्वारा जीविका की महिला ग्राम संगठनों में संचालित महिला संवाद में महिलाएं अपने बदलाव की आवाज को बुलंद कर रही है. महिलाएं अब अपने-अपने परिवार के विकास से ऊपर उठकर समुदाय और समाज के विकास के लिए संकल्पित दिख रही है. महिला संवाद में महिलाओं के उत्साह के आगे मौसम भी मेहरबान है. मंगलवार को जिले के सभी प्रखंडों के कुल 36 ग्राम संगठनों में महिला संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया. जिसमें कुल 7436 महिलाएं भाग ली. पिछले तीन चार दिनों से बढ़ती तपिश के बावजूद महिला संवाद कार्यक्रमों में महिलाओं की उमड़ती भारी भीड़ और उत्साह के आगे अब मौसम भी मेहरबान होता दिख रही है. अपेक्षाकृत बदले मौसम के बीच सुगमतापुर्वक महिला संवाद का आयोजन किया गया. खास बात यह है कि गांव के विकास को लेकर महिलाओं को मंथन करते देख पुरुष वर्ग भी इसमें शरीक हो रहे हैं. माना जा रहा है कि महिला संवाद के माध्यम से हर दिन महिलाओं से हो रहा सार्थक संवाद से नयी नीतियों का बीजारोपण होगा. बिहार में प्रत्येक दिन तकरीबन ढाई से तीन लाख महिलाएं संवाद कार्यक्रम में हिस्सा लेकर महिला सशक्तिकरण, गांव के विकास और नयी नीतियों के बारे में मंथन कर रही है. इस मंथन से नयी नीतियों का निर्माण में मदद मिलने के साथ ही गांवों के विकास को लेकर उनकी परिकल्पना सामने आ रही है. महिलाएं अपनी निजी मांगों के साथ-साथ सामुदायिक विकास पर बल दे रही है. वह सामुदायिक विवाह भवन, सामुदायिक शौचालय, सामुदायिक पुस्तकालय, सामुदायिक अनाज भंडारण और कोल्ड स्टोरेज के निर्माण पर जोर दे रही हैं. दूसरी तरफ रोजगार के अवसरों के सृजन के लिए प्रशिक्षण, स्थानीय स्तर पर बाजार की उपलब्धता आदि को लेकर सरकार से सहयोग की अपेक्षा रखती है. जीविका समूह के सहयोग से आत्मनिर्भरता की ओर कदम बढ़ाने वाली महिलाएं अब तमाम क्षेत्रों में अपना पैर जमाना चाहती है. महिला सशक्तिकरण की दिशा में सरकार के प्रयासों की सराहना करते हुए वह कहती है कि बिहार में महिलाएं पहले घर से भी बाहर कदम नहीं रखती थी. लेकिन महिलाएं अब समूह के माध्यम से संगठित हुई हैं और सामाजिक एवं आर्थिक रूप से सशक्त बनकर समाज को नयी दिशा दे रही है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
