पुलिस की एफआईआर को एडिटकर नामजदों की सुख्या बढ़ा कर रहे थे वसूली, तीन गिरफ्तार

पुलिस की एफआईआर को एडिटकर नामजदों की सुख्या बढ़ा कर रहे थे वसूली, तीन गिरफ्तार

By RAJKISHOR K | October 31, 2025 7:15 PM

हूबहू फर्जी एफआइआर की कॉपी में 17 नामजद को बढ़ाकर कर दिया 22 – प्राथमिकी से नाम हटाने के नाम पर 50-50 हजार की वूसली का आरोप – पुलिस ने घटना में शामिल तीन आरोपितों को साक्ष्य के साथ किया गिरफ्तार अमदाबाद अमदाबाद थाना पुलिस की प्राथमिकी कांड संख्या 237/2025 को एडिटकर इसकी फर्जी काॅपी तैयाकर लोगों को डरा-धमका कर राशि वसूली करने में तीन आरोपितों को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. पुलिस के अनुसार 25 सितंबर को अमदाबाद थाना क्षेत्र के जियामारी जमाई पाड़ा गांव के एक व्यक्ति को बाइक सवार ने टक्कर मार दी थी. घटना के बाद बाइक पर सवार दो युवकों को स्थानीय ग्रामीणों ने पकड़ कर रखा था. बाइक की टक्कर से गंभीर रूप से घायल व्यक्ति को इलाज के लिए ले जाने के दौरान रास्ते में ही मौत हो गयी थी. ग्रामीणों ने बाइक चालक व सवार एक अन्य युवक को पकड़ लिया था. सूचना अमदाबाद पुलिस को दी गई थी. वहीं मौके पर पहुंची अमदाबाद पुलिस पर कार्रवाई के दौरान स्थानीय ग्रामीणों ने हमला कर दिया था. इसे लेकर अमदाबाद पुलिस ने 17 लोगों को नामजद एवं 150 अज्ञात लोगों पर प्राथमिकी दर्ज की थी. पुलिस निरीक्षक सह थानाध्यक्ष कुंदन कुमार ने बताया कि पुलिस पर हमला मामले में अमदाबाद थाना प्राथमिक कांड संख्या 237/2025 का फर्जी एफआईआर कॉपी के साथ तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है. बताया कि कुछ दिन पूर्व थाना क्षेत्र के जमाई पड़ा गांव के एक व्यक्ति को बाइक से ठोकर लगने के बाद इलाज के लिए ले जाने के दौरान घायल व्यक्ति की मौत हो गई थी. इस घटना की जांच को पहुंची पुलिस पर स्थानीय ग्रामीणों ने हमला कर दिया था. पुलिस पर हमला में 17 लोगों को नामजद एवं 150 अज्ञात लोगों पर प्राथमिकी दर्ज की गई थी. बाइक चालक को पुलिस के हवाले करने के लिए कहने पर स्थानीय ग्रामीणों ने पुलिस पर हमला कर दिया था. मामले में अमदाबाद पुलिस ने 17 लोगों को नामजद व 150 अज्ञात लोगों पर अमदाबाद थाना में प्राथमिकी की थी. अमदाबाद पुलिस ने घटना से जुड़े दो अप्राथमिकी अभियुक्तों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेजा है. जमाई पड़ा गांव के लोग दहशत में थे. अमदाबाद थाना क्षेत्र के तीन लोगों ने षड्यंत्र कर अमदाबाद थाना के प्राथमिकी कांड संख्या 237/2025 की फर्जी एफआईआर कॉपी बनाकर 17 नामजद अभियुक्त के अलावा अन्य 22 लोगों के नाम फर्जी तरीके से एफआईआर में जोड़ दिया. उन्हें केस से बाहर निकालने के लिए 50000 रुपये की डिमांड की गई थी. केस के अनुसंधानकर्ता पीएसआई जैकी कुमार गांव पहुंचे तो इस घटना के बारे में एक पीड़ित व्यक्ति ने जानकारी दी. अमदाबाद पुलिस तुरंत सक्रिय हो गयी. फर्जी एफआईआर के साथ अभियुक्त के घर पहुंचने वाले व्यक्ति को पकड़कर थाना लाया गया. पूछताछ में तीनों लोगों ने फर्जी एफआईआर कॉपी बनाकर लोगों से वूसली की बात स्वीकार की. इसके बाद तीनों को गिरफ्तार कर लिया गया. कहा, सूचना मिलने के तीन घंटे के अंदर तीनों लोगों को गिरफ्तार किया गया. बबल बना गांव के रहने वाला वर्तमान त्रिमुहानी ढाला निवासी जमील अख्तर उर्फ बीसू व झब्बु टोला के मिसबाहुल हक उर्फ लल्टू एवं फिरोज आलम को गिरफ्तार किया. जमील अख्तर उर्फ बीसू के पास से फर्जी एफआईआर का एक छाया प्रति प्राप्त हुआ. कहा, मिसबाहुल हक उर्फ लल्टू ने पुलिस के समक्ष बताया कि फर्जी एफआईआर फिरोज आलम द्वारा किया गया है. फिरोज आलम ने फर्जी एफआईआर एवं थाना प्रभारी का हस्ताक्षर के साथ केस रजिस्टर्ड करने का बात स्वीकार किया है. फर्जी एफआईआर का मूल्य प्रति फिरोज आलम के निशान देही पर ब्लॉक परिसर स्थित पुराने भवन के एक कमरे से बरामद की गई है. उन्होंने बताया कि गिरफ्तार तीनों आरोपितों को न्यायिक हिरासत में कटिहार भेज दिया गया है. मौके पर अपर थानाध्यक्ष विजय कुमार राम, एसआई इंद्रमणि महतो, एसआई सुनील सिंह, पीएसआई जैकी कुमार सहित अन्य पुलिस बल मौजूद थे.

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