हास्य कविताओं के साथ हुआ होली मिलन समारोह
हास्य कविताओं के साथ हुआ होली मिलन समारोह
कटिहार. होली के अवसर पर शहर के जाने माने व्यवसायी गोपाल सोनी के आवास पर होली मिलन समारोह सह कवि संगोष्ठी का आयोजन किया. आयोजन में बड़ी संख्या में हिंदी साहित्यकार व कवियों ने भाग लिया. कार्यक्रम की अध्यक्षता विधान पार्षद अशोक अग्रवाल ने की, जबकि मंच का संचालन डॉ अवध बिहारी आचार्य ने किया. संयोजक के रूप में गोपाल सोनी ने अपनी भूमिका निभाई, सर्वप्रथम आए हुए कवियों ने अपने लिखे कविताओं से होली के इस त्योहार को और रंगीन कर दिया. अपने रचित कविताओं तथा हास्य कविताओं से मौजूद सभी के अंदर उत्साह भरते हुए हंसते-हंसते सभी को लोटपोट कर दिया. कवियों ने एक से बढ़कर एक अपने लिखे रचित कविताओं की पेशकश की, जिसे सुन सभी अपने मुंह से वाह वाह निकाले अपने आप को रोक नहीं पाए. एक कपल जीवन से लेकर सामाजिक तथा राजनीतिक पर भी कवियों ने ऐसे ऐसे हास्य कविताएं प्रस्तुत किया कि सभी को इस पर हंसने के लिए बाध्य कर दिया. कविताओं के दौर के बाद सभी ने एक दूसरे को अबीर गुलाल लगाकर होली की बधाई दिये, मौके पर कार्यक्रम के संयोजक गोपाल सोनी ने कहा कि होली पर्व को लेकर जो हमारी संस्कृति हमारी सभ्यता है उसे लोग भूलते जा रहे हैं. आधुनिक इस दौड़ में हमारी परंपरा भी विलुप्त होती जा रही है. यह चिंता का विषय है. गोपाल सोनी ने कहा कि रंगों का त्यौहार होली हंसी और ठिठोली के रूप में पर्व मनाया जाता रहा है, लेकिन लोग अब इससे भी दूरी बना रहे हैं. इस मिलन समारोह और हास्य कवि सम्मेलन का मकसद बस हमारी सभ्यता संस्कृति को जिंदा रखना है. डॉक्टर अवध बिहारी आचार्य, कन्हैया प्रसाद केसरी, साकिब कलीम, शिवकुमार नीलकंठ, डॉ जवाहर देव, प्रकाश तिवारी, जगदीश चंद्रा, मनोज राय, राम कुशवाहा, अमरपाली यादव, पूर्णिमा कुमारी, सुधीर कुमार मेहता, कुमार आदर्श आदि ने अपनी कविताओं से सरोवर कर दिया.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
