कटिहार रेल मंडल के अररिया-गलगलिया सेक्शन के बिजलीकरण का कार्य पूरा
कटिहार मंडल के अधीन अररिया व अररिया कोर्ट से बीबीगंज सेक्शन में रेलवे बिजलीकरण कार्यों के कमीशनिंग के लिए वैधानिक निरीक्षण किया गया.
कटिहार. पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे के प्रधान मुख्य बिजली इंजीनियर (पीसीईई) ने कटिहार मंडल के अधीन अररिया व अररिया कोर्ट से बीबीगंज सेक्शन में रेलवे बिजलीकरण कार्यों के कमीशनिंग के लिए वैधानिक निरीक्षण किया, जो 67.186 रूट किलोमीटर (आरकेएम) और 82.698 ट्रैक किलोमीटर (टीकेएम) को कवर करता है. निरीक्षण सफलता पूर्वक पूरा हुआ. इस सेक्शन में इलेक्ट्रिक ट्रेन सेवाओं को चालू करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है. निरीक्षण के दौरान, सभी सुरक्षा मापदंडों व तकनीकी मानकों की सावधानीपूर्वक जांच की गयी. जिसमें ओवर हेड इक्विपमेंट (ओएचई) सेक्शनिंग, बॉन्डिंग और अर्थिंग सिस्टम का कार्यान्वयन शामिल था. ओएचई को 25 केवी पर सफलतापूर्वक सक्रिय कर 100 किमी प्रति घंटे की अधिकतम सेक्शनल स्पीड पर करंट कलेक्शन ट्रायल सुचारू रूप से किया गया. सफल ट्रायल ने इस सेक्शन में इलेक्ट्रिक ट्रेन का परिचालन शुरू करने के लिए सिस्टम की पूर्ण तत्परता की प्रमाणित किया. यह उपलब्धि जून 2025 में कटिहार मंडल के अधीन ठाकुरगंज-बीबीगंज के पूर्ण विद्युतीकृत होने के बाद हासिल हुई. जिसमें 41.43 रूट किलोमीटर (आरकेएम) और 48.13 ट्रैक किलोमीटर (टीकेएम) शामिल हैं.
दोनों सेक्शन के कमीशनिंग के साथ, अब अररिया से गलगलिया तक एक सतत विद्युतीकृत कॉरिडोर स्थापित हो गया है. यह उपलब्धि उत्तर बिहार व आसपास के क्षेत्रों में रेल कनेक्टिविटी और बुनियादी ढांचे के विकास को महत्वपूर्ण रूप से मजबूत करती है. नव विद्युतीकृत सेक्शनों से कई महत्वपूर्ण लाभ होंगे, जिनमें सुगम और तेज ट्रेन परिचालन, बेहतर ऊर्जा दक्षता, कम यात्रा समय और कम परिचालन लागत शामिल हैं. यह डीजल ट्रैक्शन पर निर्भरता को भी कम करेगा और भारतीय रेलवे के 2030 तक नेट जीरो कार्बन उत्सर्जन के लक्ष्य में योगदान देगा, जिससे पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे की आधुनिक, मजबूत और पर्यावरण-अनुकूल रेल परिवहन के प्रति प्रतिबद्धता और अधिक मजबूत होगी.कपिंजल किशोर शर्मा, सीपीआरओ, एनएफ रेलवेB
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