घंटों रही गहमा- गहमी, टायर जलाकर किया प्रदर्शन

घंटों रही गहमा- गहमी, टायर जलाकर किया प्रदर्शन

By RAJKISHOR K | July 6, 2025 8:52 PM

-जब भीड़ नियंत्रण में पुलिस सफल नहीं तो फिर क्यों देते हैं परमिशन – लोगों ने कहा ताजिया जुलूस में पुलिस- प्रशासन पूर्णता रही विफल कटिहार ताजिया जुलूस के दौरान नया टोला महावीर मंदिर चौक पर हुए पथराव को लेकर एक पक्ष के लोगों में काफी आक्रोश था. डीएम-एसपी सहित स्थानीय जनप्रतिनिधि लोगों को समझाने में जुटे थे लेकिन लोग आरोपितों पर कार्रवाई की मांग करते रहे. वार्ड नंबर 35 के वार्ड पार्षद सहित तीन अन्य लोगों की बाइक को भी क्षतिग्रस्त कर दिया गया. स्थानीय लोग कार्रवाई के साथ मुआवजे की भी मांग कर रहे थे. घंटों महावीर मंदिर चौक पर गहमा गहमी की स्थिति बनी रही. पुलिस पदाधिकारी माइर्किंग कर लोगों को जगह खाली करने को कह रहे थे लेकिन लोगों में आक्रोश इतना था कि पुलिस पदाधिकारी की बातों को अनसुनी कर रहे थे.आक्रोशित लोग शिव मंदिर चौक पहुंचे तथा घटना के विरुद्ध टायर में आगजनी करते हुए शिव मंदिर चौक को जाम कर दिया. ताजिया जुलूस के दौरान पूर्व भी हुई है हिंसक झड़प जिले में ताजिया जुलूस के दौरान सौहार्द बिगाड़ने का प्रयास व दंगा जैसी स्थिति यह पहली घटना नहीं है. कुछ जुलूस में शामिल असामाजिक तत्व ऐसी घटना घटित कर देते हैं. जिससे सौहार्द बिगड़ना या दंगा जैसी स्थिति बन जाता है. पूर्व के वर्षों में गोलछा कटरा चौक स्थित विजय रेडियों की दुकान में तोड़फोड़ की घटना को अंजाम दिया गया था. महावीर मंदिर चौक पर इसके पूर्व भी ताजिया जुलूस के दौरान और सामाजिक तत्वों के द्वारा हमला बोल दिया था. इसके बाद क्षेत्र में तनाव की स्थिति बन गई थी. स्थानीय लोगों का आरोप था कि ताजिया जुलूस में शामिल कुछ असामाजिक तत्वों के कारण सौहार्द बिगड़ता है. इस जुलूस पर नियंत्रण पाना पुलिस के लिए भी कठिन है. तो सवाल यह उठता है कि जब भीड़ व अखाड़ा को पुलिस नियंत्रित नहीं कर सकती है तो फिर उसे परमिशन क्यों देती है. महिला पुलिस पदाधिकारी दिखी दर्शक दीर्घा में पुलिस पदाधिकारी की व बल की जब प्रतिनियुक्ति की बात आती है तो महिला पुलिस पदाधिकारी व बल की भी गिनती पुलिस संख्या में होती है. ऐसे में सभी मुख्य चौक चौराहों पर महिला पदाधिकारी एवं बल की तैनाती की गयी थी. शिव मंदिर चौक पर महिला पुलिस पदाधिकारी के साथ बल तैनात थे लेकिन अधिकांश समय महिला पुलिसकर्मी दर्शक दीर्घा में ही तैनात रही. उसके सामने एक दूसरे पर लाठी बरसते रहे, दूर से महिला पुलिस पदाधिकारी टकटकी लगाकर देखती रही. अब सवाल यह है कि इतनी भारी संख्या में ताजिया जुलूस में शामिल लोग और ड्यूटी पर तैनात पुलिस पदाधिकारी व बल दर्शक दीर्घा में रहेंगे तो किस प्रकार शांतिपूर्ण माहौल में संपन्न होगा ताजिया जुलूस. स्थानीय लोगों ने सवाल खउ़ा किया है कि क्या इसी व्यवस्था पर वरीय पुलिस पदाधिकारी शांतिपूर्ण माहौल में त्योहार संपन्न करने की बात कर रहे थे.

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