भटवारा के किसानों ने चारे की समस्या के समाधान की तैयारी की
भटवारा के किसानों ने चारे की समस्या के समाधान की तैयारी की
कोढ़ा प्रखंड के भटवारा पंचायत के किसानों ने बरसात के मौसम में मवेशियों के चारे की किल्लत को देखते हुए समय से पहले ही तैयारी शुरू कर दी है. किसान मक्के की फसल के बचे हुए हिस्से यानी बागरा को काटकर कुट्टी के रूप में संग्रहित कर रहे हैं. ताकि बरसात के दिनों में मवेशियों को भूखा न रहना पड़े. किसान दानिश, फूलचंद राय, मसूद आलम, आबिद, रामजी सहित अन्य ग्रामीणों ने बताया कि बरसात के मौसम में हरा चारा खेतों में उपलब्ध नहीं रहता, पशुओं को पर्याप्त भोजन नहीं मिल पाता. कई बार तो मवेशियों को दिनभर भूखा रहना पड़ता है.उनकी सेहत पर असर पड़ता है और दुग्ध उत्पादन में भी गिरावट आती है. इस समस्या से निपटने के लिए गांव के किसान मक्के की कटाई के बाद बची हुई बागरा को काटकर उसे सूखाते हैं और कुट्टी मशीन से छोटा-छोटा कर संग्रह करते हैं. यह सूखा चारा (कुट्टी) बरसात में मवेशियों के लिए मुख्य आहार का कार्य करता है. किसान रामजी ने बताया कि अगर यह चारा तैयार न किया जाए, तो बरसात में मवेशियों का पालन करना मुश्किल हो जाता है.
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