गर्भवती का निजी अस्पताल में हुआ ऑपरेशन, दो दिन बाद सरकारी अस्पताल में महिला का नॉर्मल डिलेवरी दिखायी

गर्भवती का निजी अस्पताल में हुआ ऑपरेशन, दो दिन बाद सरकारी अस्पताल में महिला का नॉर्मल डिलेवरी दिखायी

By RAJKISHOR K | December 31, 2025 7:22 PM

– ऑपरेशन के बाद महिला की मौत के बाद मामले का हुआ खुलासा – चिकित्सक व एनएम पर कार्रवाई की गयी फलका फलका सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में एक सनसनी खेज मामला सामने आया है. जिस गर्भवती महिला का एक निजी नर्सिंग होम में 26 दिसंबर को ऑपरेशन हुआ. उसी महिला का फर्जी तरीके से फलका सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में 26 दिसंबर को भर्ती दिखाते हुए 28 दिसंबर को उसी महिला का नॉर्मल प्रसव दिखा दिया. यह मामला तब उजागर हुआ जब निजी अस्पताल पूर्णिया में ऑपरेशन के बाद महिला की हालत बिगड़ी और इलाज के दौरान उक्त महिला की मौत हो गयी. ग्रामीणों ने उक्त घटना की जानकारी विधायक कविता पासवान को दी. विधायक ने तुरंत इसकी जानकारी सिविल सर्जन को देकर कार्रवाई करने की मांग की. सिविल सर्जन के निर्देश पर चिकित्सा प्रभारी डॉ अश्वनी कुमार ने जांच कर तत्काल दोषी चिकित्सक डॉक्टर योग माया झा और एएनएम माला कुमारी को सीएचसी से हटा दिया है. आशा उकमा देवी पर भी सेवा मुक्त करने की कार्रवाई भी शुरू कर दी गयी है. प्रखंड के भंगहा निवासी नवविवाहिता गर्भवती ज्योति कुमारी को प्रसव का दर्द शुरू हुआ. 26 दिसंबर को स्वजनों और आशा स्वास्थ्यकर्मी ने उन्हें फलका सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया. यहां सिर्फ इंट्री करा कर हालत गंभीर बताते हुए उसे एएनएम और आशाकर्मी निजी नर्सिंग होम लेकर चले गये. निजी नर्सिग होम में गर्भवती महिला का ऑपरेशन हुआ. महिला की हालत बिगड़ गयी. बाद में पूर्णिया में इलाज के दौरान महिला की मौत हो गयी. ऑपरेशन के बाद नवजात भी पूर्णिया के एक निजी अस्पताल में इलाजरत है. फलका सीएचसी के चिकित्सक और एएनएम ने फर्जीवाड़े की सारी हदें पार कर दी. अस्पताल में जांच में जो बात सामने आयी वह चौका देने वाली है. महिला का प्रसव एक निजी अस्पताल में 26 दिसम्बर को हुआ जबकि, मगर फलका अस्पताल में 26 दिसंबर को 11:40 मिनट रात में एंट्री बताया है जबकि, 27 दिसंबर को 12:28 मिनट रात में नार्मल प्रसव होना दिखाया है. फलका में जननी सुरक्षा योजना गोलमाल का पुख्ता इसारा कर रहा है. कहते है चिकित्सा पदाधिकारी डॉ अश्वनी कुमार ने बताया की जांच में जो बात सामने आयी है व काफी गंभीर है. दोषी चिकित्सक और एएनएम को तत्काल सीएचसी सेवा से बर्खाश्त कर दिया है. आशा सेवा मुक्त करने की कार्रवाई शुरू कर दी गई है.

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