कार्यालय में दिन भर अखबार व मोबाइल में लगे रहे कर्मी

कटिहार : पथ निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता अरविंद कुमार को पटना स्थित आवास में 16 लाख रुपये घूस लेते विजिलेंस की टीम द्वारा गिरफ्तार किये जाने के बाद कटिहार के पथ निर्माण विभाग कार्यालय में बुधवार को तीसरे दिन भी सन्नाटा पसरा रहा. कार्यालय में किसी तरह का कोई काम नहीं हो रहा है. […]

By Prabhat Khabar Print Desk | November 21, 2019 7:50 AM

कटिहार : पथ निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता अरविंद कुमार को पटना स्थित आवास में 16 लाख रुपये घूस लेते विजिलेंस की टीम द्वारा गिरफ्तार किये जाने के बाद कटिहार के पथ निर्माण विभाग कार्यालय में बुधवार को तीसरे दिन भी सन्नाटा पसरा रहा. कार्यालय में किसी तरह का कोई काम नहीं हो रहा है.

कार्यालय के कर्मचारी आ जरूर रहे हैं लेकिन पदाधिकारी के नहीं रहने से सभी कर्मी पूरे दिन गप्पे मारने में गुजर रहा है. कई कर्मी रोज अखबारों में छप रहे खबर को पढ़कर समय काट रहा है तो कोई मोबाइल पर पूरे दिन लगे रहते हैं.
कार्यपालक अभियंता अरविंद कुमार को विजिलेंस द्वारा गिरफ्तार किये जाने के तीन दिन गुजर जाने के बावजूद यहां नये कार्यपालक अभियंता की पदस्थापना विभाग की ओर से नहीं की गयी है. जिसके कारण पथ निर्माण विभाग का सारा कार्य ठप पड़ गया है. पूर्व में पथ निर्माण विभाग में हमेशा चहल-पहल बनी रहती थी. कई ठेकेदारों का पूरे दिन जमघट लगा रहता था. लेकिन अब वैसा देखने को नहीं मिल रहा है.
कार्यालय में एक अजीब तरह का सन्नाटा पसरा हुआ है. कोई भी व्यक्ति जब वहां पहुंचता है सभी कर्मचारी अजीब नजर से देखते हैं. उन्हें लगता है कही पुन: निगरानी की टीम जांच पड़ताल के लिए तो नहीं पहुंच गयी है. इस तरह का डर कर्मियों में घुस गया है.
कार्यालय में कर्मियों को छोड़कर कोई भी बाहरी व्यक्ति नजर नहीं आ रहे हैं. कार्यालय के महिला-पुरुष कर्मियों में कार्यालय के पदाधिकारी के नहीं रहने से अपना समय बिताते नजर आये. कोई कर्मी कार्यालय में बैठकर अखबार पढ़ता नजर आया तो कोई मोबाइल पर गप्पे मारने में लगे हुए थे.
ज्ञात हो कि पथ निर्माण के कार्यपालक अभियंता अरविंद कुमार 16 लाख रुपए घूस लेते हुए पटना अपने आवास में निगरानी विभाग के हत्थे चढ़ गये हैं. जबकि यह 16 लाख पहली किस्त की रकम बताई जा रही है. कटिहार की टॉप लाइन कंपनी के कर्मचारी के शिकायत पर विजिलेंस ने कार्रवाई की थी. कुल 80 लाख में डील हुई थी.
पहली किस्त के रूप में 16 लाख घूस लेते कार्यपालक अभियंता दबोचे गये. इतना ही नही घर में रखे बड़ी संख्या में केश रुपये भी बाथरूम में जलाने के साक्ष्य मिले हैं. घूस लेते गिरफ्तार होने की खबर मिलते ही कटिहार पथ निर्माण विभाग कार्यालय में सन्नाटा पसर गया है. सोमवार को भागलपुर से निगरानी टीम के डीएसपी कार्यालय पहुंचकर फाइलों को खंगालने में जुटे रहे.
जबकि मंगलवार के दिन भी कार्यालय में कार्यालय का काम बढ़ता नजर नहीं आया. जबकि यही हालत बुधवार के दिन भी रही कर्मियों के अंदर अभी भी घबराहट का माहौल बना हुआ है और सभी कार्यालय पहुंचकर अपना समय बिताने में लगे हुए हैं. कार्यालय के कर्मी आपस में ही इस मामले को लेकर चर्चा करते रहते हैं कि आगे आखिरकार क्या होने वाला है.
पथ निर्माण कार्यालय जंगल से है घिरा
जिस कार्यालय में करोड़ों रुपये के संबंधित कार्य होते हैं. वह कार्यालय खुद बद से बदतर स्थिति में है. कार्यालय के बाहर बड़े-बड़े जंगल उग आये हैं. जबकि कार्यालय का भवन भी काफी पुराना है. जिससे जगह-जगह उनकी स्थिति भी खराब हो गयी है. कार्यालय के बाहर तीन रोड रोलर भी लगे हुए हैं.
जो कबाड़ी जैसी स्थिति उनकी बनी हुई है. जिला मुख्यालय में जिस प्रकार से अन्य विभाग के कार्यालय की रूपरेखा नजर आती है. उस हिसाब से पथ निर्माण विभाग कार्यालय की स्थिति कोसों दूर है. भवन से लेकर कार्यालय के अंदर के फर्नीचर भी दशक के पुराने जैसे नजर आते हैं. जबकि भवन के ऊपर बड़े-बड़े जंगल भी उग आये हैं.

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