Kaimur News : शहर में जालसाजों का गिरोह सक्रिय

रहें सतर्क. एटीएम कार्ड बदलकर हजारों की ठगी, एक हफ्ते में तीन लोग बने शिकार, एटीएम में गार्ड नहीं रहने से भी लोग हो रहे जालसाजों के शिकार

By PANCHDEV KUMAR | August 23, 2025 10:19 PM

भभुआ सदर.

शहर के एटीएम में कार्ड बदलकर हजारों-लाखों रुपये की ठगी करने वाले जालसाजों का गिरोह इन दिनों खासा सक्रिय है. नगर थाना में दर्ज शिकायतों के अनुसार, पिछले एक हफ्ते में प्रखंड समन्वयक सहित तीन लोगों के साथ एटीएम कार्ड से जालसाजी हुई है. ऐसे में एटीएम से पैसे निकालने वाले लोगों को अतिरिक्त सतर्क रहने की जरूरत है. कई एटीएम में गार्ड न रहने की वजह से जालसाज आसानी से लोगों को अपना शिकार बना रहे हैं. शहर के अधिकतर एटीएम के अंदर और बाहर ऐसे संदिग्ध लोग रह रहे हैं, जो आपके एटीएम पिन की जानकारी लेकर या कार्ड बदलकर खाते से रुपये उड़ा ले जा रहे हैं.

गार्ड की कमी का फायदा उठा रहे जालसाज

शहर में राष्ट्रीयकृत और पंजीकृत बैंकों के कई एटीएम हैं, अधिकतर में गार्ड की अनुपस्थिति से जालसाज सक्रिय हैं. एटीएम में पैसे निकालने में परेशानी होने पर आसपास खड़े जालसाज मदद के नाम पर लोगों के साथ धोखाधड़ी कर रहे हैं. हाल के मामलों में एटीएम में गार्ड मौजूद नहीं था, जिससे ठग आसानी से वारदात को अंजाम दे सके.

एटीएम पर फर्जी मोबाइल नंबर चिपका कर ठगी

केस-एक

दुर्गावती प्रखंड में प्रखंड समन्वयक के पद पर तैनात भभुआ शहर के वार्ड 18 में रह रहे गया जिले के बोधगया थाना अंतर्गत बसंतपुर निवासी संतोष कुमार गौतम 17 तारीख को स्टेडियम गेट के समीप स्थित एक्सिस बैंक के एटीएम से रुपये निकालने आये. उन्होंने कार्ड एटीएम में डाला और आवश्यक प्रक्रिया को पूरी की. लेकिन पैसा एटीएम से नहीं निकला. कार्ड मशीन में ही फंस गया. उन्होंने मशीन के ऊपर कागज पर लिखे एक नंबर 7764883218 पर कॉल किया. उन्हें बताया गया कि एकता चौक पर मशीन में रुपये डालने वाली गाड़ी खड़ी है. उनसे मिल लें, वह कार्ड निकाल देंगे. मशीन पर लिखे मोबाइल नंबर से मिली जानकारी पर वह एकता चौक पहुंचे, लेकिन वहां कोई भी एटीएम में पैसे डालने वाली वाहन नहीं खड़ी दिखी. इधर, जब प्रखंड समन्वयक को जालसाजी में फंसने का संदेह हुआ, तो वह तत्काल एक्सिस बैंक के एटीएम के पास आये. लेकिन, तब तक उनके खाते से दो बार में 46 हजार रुपये की निकासी कर ली गयी. दरअसल, एक्सिस बैंक के एटीएम मशीन पर जो नंबर चिपकाया गया था, वह जालसाजों का था और उनके फोन करते ही उन्हें एकता चौक भेज दिया गया और फिर प्रखंड समन्वयक के एटीएम में फंसे कार्ड से पैसे की निकासी कर ली गयी.

केस-दो

गोड़हन गांव निवासी शेषमुनि शर्मा के साथ दूसरी घटना हुई. थाने में दिये आवेदन के अनुसार, वह शुक्रवार को संध्या छह बजे बैंक ऑफ बड़ौदा के एटीएम से रुपये निकाल रहा था. तभी एक युवक एटीएम में घुस गया. वह पैसे निकालने व कोड डालने के लिए एटीएम में लगे स्क्रीन पर देख रहा था कि इतने में एटीएम कार्ड को बदल लिया. इसकी जानकारी उस दिन नहीं हुई. दूसरे दिन उसने एटीएम कार्ड देखा, तो वह कार्ड किसी दयानंद तिवारी का था. इसके बाद अपना बैलेंस चेक किया, तो मालूम चला कि उसके खाते से 25 हजार रुपये की निकासी कर ली गयी है. इसके बाद उसने बैंक जाकर एटीएम के अंदर का सीसीटीवी फुटेज देखा, तो फुटेज में आरोपी उसके एटीएम कार्ड से रुपये निकालते नजर आ रहा था.

केस-तीन

शुक्रवार 23 अगस्त को अखलासपुर पटिया के रहनेवाले एक व्यक्ति से एटीएम कार्ड की फ्राॅडगिरी कर 39 हजार रुपये निकाल लिये गये. फर्जीवाड़ा का शिकार व्यक्ति अखलासपुर पटिया निवासी राकेश कुमार ने भभुआ थाने में आवेदन देकर बताया कि वह पीएनबी के एटीएम से पैसे निकालने के लिए गया था. वह एटीएम के पास पहुंचा, तो पहले से दो युवक खड़े थे. जिन्होंने बोला कि इस एटीएम में पैसा नहीं है. इसके बाद दोनों ने उसका कार्ड मांगा और कहा कि पैसे है कि नहीं वह चेक कर दे रहे हैं. उसने अपना एटीएम कार्ड उन्हें दे दिया. लेकिन, दोनों युवकों ने थोड़ी देर में ही पैसे नहीं होने का कहते हुए उसका कार्ड लौटा दिया. लेकिन, एटीएम कार्ड लेकर वह जाने लगे, तो थोड़ी देर में ही उसके कार्ड से 39 हजार की निकासी का मोबाइल पर मैसेज आया, तब जाकर उसे जालसाजी का शिकार हो जाने का पता चला.

बैंकों और एटीएम के आसपास होती है जांच

नगर थाना अध्यक्ष सह इंस्पेक्टर मुकेश कुमार ने बताया कि शहर में हर दिन बैंकों और एटीएम के आसपास पुलिस जांच पड़ताल करती है. इसके लिए एक विशेष टीम बनायी गयी है. अगर पुलिस अधिकारी व जवान द्वारा लापरवाही बरती जा रही है, तो जांच कर कार्रवाई की जायेगी.

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