जिंदगी और मौत से जूझ रहे घायल को रेफर करने पर न पुलिस पहुंची, न एंबुलेंस
KAIMUR NEWS.जिंदगी और मौत से जूझ रहे घायल व्यक्ति का प्राथमिक इलाज करने के बाद गंभीर स्थिति में रेफर करने पर न पुलिस पहुंची, न एंबुलेंस उसे हायर सेंटर ले जाने को तैयार हुआ. करीब एक घंटे कड़ी मशक्कत के बाद किसी तरह 102 एंबुलेंस का कर्मी उसे भभुआ ले गया.
डॉक्टरों के समझाने पर एक घंटे के बाद एंबुलेंसकर्मी बिना अटेंडेट के भभुआ ले जाने को हुआ तैयार
स्वास्थ्य व्यवस्था व पुलिस के समन्वय पर उठ रहे गंभीर सवाल
मोहनिया शहर.
जिंदगी और मौत से जूझ रहे घायल व्यक्ति का प्राथमिक इलाज करने के बाद गंभीर स्थिति में रेफर करने पर न पुलिस पहुंची, न एंबुलेंस उसे हायर सेंटर ले जाने को तैयार हुआ. करीब एक घंटे कड़ी मशक्कत के बाद किसी तरह 102 एंबुलेंस का कर्मी उसे भभुआ ले गया. गौरतलब है कि थाना क्षेत्र के एनएच- 19 पर देवरिया के पास से गुरुवार की रात 102 एंबुलेंस के द्वारा सड़क किनारे गंभीर रूप से घायल एक अज्ञात व्यक्ति को इलाज के लिए अनुमंडलीय अस्पताल मोहनिया लाया गया था. जहां अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद मरीज की हालत गंभीर देखते हुए डॉक्टरों ने उसे बेहतर इलाज के लिए हायर सेंटर रेफर कर दिया. लेकिन, घायल व्यक्ति के साथ कोई अटेंडेंट नहीं होने के कारण एंबुलेंस कर्मी उसे लेकर जाने को तैयार नहीं था. जबकि, इसकी सूचना मोहनिया थाना को भी दी गयी थी, लेकिन कोई थाने से पुलिस कर्मी भी नहीं आया. काफी मशक्कत के बाद ड्यूटी में तैनात डॉक्टर ने समझाया गया, तब एक घंटे बाद एंबुलेंस कर्मी बिना अटेंडेंट के भभुआ ले जाने के लिए तैयार हुआ. इस संबंध में ड्यूटी पर तैनात चिकित्सक डॉ धर्मेंद्र कुमार ने बताया कि रेफर की सूचना तत्काल मोहनिया थाना की पुलिस को दे दी गयी थी. लेकिन, एक घंटे बाद भी पुलिस मौके पर नहीं पहुंची, दूसरी ओर 102 एंबुलेंस कर्मी बिना किसी अटेंडेंट के अज्ञात मरीज को ले जाने के लिए तैयार नहीं था. काफी समझाने-बुझाने और मशक्कत के बाद अंततः 102 एंबुलेंस का चालक घायल व्यक्ति को हायर सेंटर ले जाने के लिए तैयार हुआ. जिसके बाद घायल को भेजा गया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
