मतदान के बाद हार- जीत के लगने लगे कयास
KAIMUR NEWS.जिले के चारों विधानसभा क्षेत्र भभुआ, मोहनिया, रामगढ़ और चैनपुर में शांतिपूर्ण चुनाव संपन्न होने के बाद प्रत्याशियों की जीत-हार की समीक्षा शहर के चौक-चौराहों से लेकर गलियों व चौपालों में होने लगी है.
जिले के सभी चार विस क्षेत्रों से 48 प्रत्याशियों की किस्मत इवीएम में बंद
प्रतिनिधि, भभुआ सदर.जिले के चारों विधानसभा क्षेत्र भभुआ, मोहनिया, रामगढ़ और चैनपुर में शांतिपूर्ण चुनाव संपन्न होने के बाद प्रत्याशियों की जीत-हार की समीक्षा शहर के चौक-चौराहों से लेकर गलियों व चौपालों में होने लगी है. विभिन्न दलों के समर्थक अपने प्रत्याशी की जीत के दावे करने में थोड़ा भी पीछे हटने को तैयार नहीं हैं. सभी विधानसभा क्षेत्र से 48 प्रत्याशियों की किस्मत इवीएम में बंद हो चुकी है, जो अब 14 नवंबर को मतगणना के दिन खुलेगी. मंगलवार को मतदान खत्म होने के बाद से ही चौक-चौराहे, चाय-पान की दुकानों, हाट बाजारों, गांव-गलियों और चौपालों पर एक-दूसरे के समर्थक अपने- अपने प्रत्याशी के जीत का दावे ठोक रहे हैं. चारों ओर मतगणना के पूर्व ही लोग अपने राजनीतिक गणित के आधार पर जीत-हार का फैसले करते हुए एक-दूसरों के साथ चर्चाओं में मशगूल हैं. सभी लोग अपने-अपने समर्थित उम्मीदवार की जीत बता रहे हैं. कोई मुस्लिम मतदाताओं के जोरदार मतदान तो कोई मतों के बिखराव और अगड़ी व पिछड़ी जातियों की गोलबंदी होने की बात बता रहे हैं. वहीं जीत के लिए बाजियां भी लगायी जा रही है, क्योंकि इस चुनाव में लंबे समय तक मतदाताओं की चुप्पी ने प्रत्याशियों की भी बेचैनी बढ़ा रखी है.
जीत- हार का मंथन हुआ शुरू तो तल्खियां बढ़ी
मतदान होने के साथ ही जीत व हार के मंथन का दौर शुरू हो गया है. इधर, इस बीच जीत के दावों को लेकर लोगों के आपस में तकरार भी बढ़ गयी है. बातो-बातों में लोगों के सुर तेज होते जा रहे हैं, वहीं सामने वाला अपनी जिद्द पर अड़ा रह रहा है. नतीजा जीत के दावे को लेकर तल्खियां भी बढ़ रही हैं. गौरतलब है कि इस विस चुनाव ने कई लोगों के बीच की दूरियां बढ़ा दी है. जिसे अब पाटने में समय लगेगा. नेता तो चुनावी जीत व हार के बाद अपने स्थान ले खिसक लेंगे. लेकिन, लोगों में जीत के दावों को लेकर बढ़ रहे विवाद शायद जल्द दूर नहीं होंगे. गांवों से लेकर शहरों तक की अमूमन यहीं स्थिति है. सभी जगहों से जीत किसकी होगी की बहस विवाद का रूप ले रही है. समर्थक अपने मोबाइल से वोटों का आंकड़ा संग्रह कर रहे हैं. वहीं राजनीतिक पंडित भी गुण गणित निकालने में मशगुल हैं कि, चारों विधानसभा में 14 नवंबर के दिन जीत का सेहरा किसके सिर बंधेगा.
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