kaimur News : मशाल प्रतियोगिता में रामपुर के छात्र-छात्राओं को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा
एसबीपी कॉलेज में खेलकूद प्रतियोगिता में खिलाड़ियों पर हमला, दो लड़के व चार लड़कियां सदर अस्पताल में भर्ती, दुर्गावती के खिलाड़ियों और उनके सहयोगियों पर मारपीट करने का आरोप
भभुआ कार्यालय.
मंगलवार को भभुआ शहर के वन विभाग के पास रामपुर से मशाल खेल प्रतियोगिता में भाग लेने आए छात्रों-छात्राओं पर लाठी-डंडे से हमला कर छह खिलाड़ियों को घायल कर दिया गया. खिलाड़ियों को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा़ सभी घायलों का इलाज सदर अस्पताल में चल रहा है. घायल छात्राओं में कुसुम कुमारी और रिया कुमारी शामिल हैं, जबकि घायल छात्रों में रोहित कुमार, गोलू सिंह, कोच बलदाऊ कुमार और प्रियांशु कुमार का नाम है. प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, बदमाश लड़कों ने 8वीं से 10वीं कक्षा तक पढ़ने वाली छात्राओं को भी सड़क पर दौड़ा-दौड़ा कर पीटा, जिससे कई की स्थिति गंभीर हो गयी. हमले के बाद थाने पहुंचीं छात्राएं रो-रोकर बेहोश हो रही थीं. वहां मौजूद आम लोग भी इस घटना से आक्रोशित हो उठे. पुलिस में शिकायत करने पहुंचे छात्रों ने बताया कि उनके साथ आयी रामपुर की शिक्षिका को भी बदमाश युवकों ने पीटा. करीब 50 छात्र-छात्राओं ने थाना परिसर में प्रदर्शन करते हुए न केवल मारपीट करने वाले लड़कों के खिलाफ, बल्कि खेल पदाधिकारी और आयोजनकर्ताओं के खिलाफ भी कार्रवाई की मांग की.कबड्डी मैच में हारने पर बढ़ा विवाद
दरअसल, मंगलवार को रामपुर और दुर्गावती के छात्रों के बीच मशाल खेल प्रतियोगिता का कबड्डी सेमीफाइनल मुकाबला हुआ था. रामपुर टीम का आरोप है कि आयोजनकर्ताओं और जिला खेल पदाधिकारी ने बिना खिलाड़ियों के कागजात जांचे ही मुकाबला कराया. दुर्गावती की टीम में न केवल अधिक उम्र के खिलाड़ी शामिल थे, बल्कि बदमाश प्रवृत्ति के युवक भी खेल रहे थे. मैच के दौरान दुर्गावती के खिलाड़ियों ने कई बार रामपुर के खिलाड़ियों को चोटिल किया, फिर भी रामपुर की टीम खेलती रही और अंत में जीत गयी. आरोप है कि हार से नाराज दुर्गावती के खिलाड़ियों ने खेल खत्म होने के बाद अन्य बदमाश युवकों के साथ मिलकर वन विभाग के पास घात लगाकर रामपुर टीम पर हमला किया. उस समय रामपुर के लड़के और लड़कियां एसबीपी कॉलेज से टाउन हाई स्कूल भभुआ में ठहरने के लिए लौट रहे थे. लाठी-डंडे से लैस हमलावरों ने खिलाड़ियों को बुरी तरह पीटा. खिलाड़ियों ने 112 पर कॉल कर पुलिस को सूचना दी, लेकिन पुलिस के आने तक हमलावर भाग निकले. आरोप है कि पुलिस के सामने से भी हमलावर आराम से फरार हो गए और किसी को गिरफ्तार नहीं किया गया.सुरक्षा के इंतजाम नदारदगंभीर रूप से जख्मी छात्र-छात्राएं किसी तरह थाने पहुंचे. उन्हें अस्पताल भेजा गया. छात्रों ने कहा कि खेल मैदान हो या ठहरने की जगह, कहीं भी सुरक्षा की कोई व्यवस्था नहीं है. टाउन हाइस्कूल और एसबीपी कॉलेज दोनों जगह खेल के दौरान कई बार मारपीट की स्थिति बनी, लेकिन सुरक्षा का कोई इंतजाम नहीं था. उनका आरोप है कि आयोजनकर्ताओं ने बिना जांच बदमाश प्रवृत्ति के लड़कों को खेलने दिया और खेल संचालन में लापरवाही बरती.
थाना परिसर में मौजूद अभिभावकों और छात्रों ने जिला खेल पदाधिकारी व आयोजनकर्ताओं को जिम्मेदार ठहराते हुए कड़ी कार्रवाई की मांग की. वे लगातार कह रहे थे कि मारपीट करने वाले लड़कों, जिला खेल पदाधिकारी और आयोजकों के खिलाफ तुरंत एफआईआर दर्ज हो और दोषियों को गिरफ्तार किया जाए. अभिभावकों का गुस्सा इस बात पर भी था कि नाबालिग छात्राओं को सरेआम पीटा गया और प्रशासन मूकदर्शक बना रहा.क्या कहते हैं डीएम
डीएम सुनील कुमार ने बताया कि उक्त घटना की जानकारी हमें हुई है, मेरे द्वारा तत्काल एसडीओ को घटनास्थल पर भेजा गया है. इस मामले में जो लोग भी दोषी होंगे उनके ऊपर कार्रवाई की जायेगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
