गौरेया बचाओ-पर्यावरण बचाओ का दिया संदेश
गौरेया बचाओ-पर्यावरण बचाओ का संदेश देती वन विभाग व छात्र-छात्राएं.
भभुआ. विश्व गौरेया दिवस पर पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के तत्वाधान में वन प्रमंडल कैमूर की ओर से जिले के विभिन्न विद्यालयों तथा वन प्रमंडल परिसर में गौरया दिवस का आयोजन किया गया. इसमें बोलते हुए जिला वन प्रमंडल पदाधिकारी चंचल प्रकाशम ने कहा कि पूर्व में गौरेया हमारे घरों में पक्षियों की चहचहाहट का प्रतिनिधित्व करती थी. लेकिन, जैसे जैसे पर्यावरण प्रदूषण बढ़ा और ग्लोबल वार्मिंग बढ़ रहा है, पक्षियों के यह प्रजाति हमसे दूर होती जा रही है. अब गौरेया बहुत कम दिखाई देती है. पहले घर कच्चे थे, जिसमें गौरेया अपना घोंसला भी बना लेती थीं. लेकिन, अब कंक्रीट की दीवारों ने गौरेया के रहन सहन को ही छीन लिया है. अगर गौरेया नहीं बची, तो यह हमारे पर्यावरण संतुलन के लिए एक खतरे की घंटी बज जायेगी. उन्होंने लोगों से अपील किया कि इस मौके पर हम गौरया बचाने और पर्यावरण बचाने का संकल्प लें. कार्यक्रम में पेंटिंग और वाद विवाद प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया. इसमें छात्रों ने गौरेया का सुंदर चित्र भी बनाया. कार्यक्रम में वन कर्मियों सहित जेम्स हिंदी स्कूल अधौरा, उच्च माध्यमिक विद्यालय प्लस टू रामगढ, प्राथमिक विद्यालय बेरां, उच्च विद्यालय भभुआ, मध्य विद्यालय कल्याणीपुर आदि के छात्र-छात्राएं शामिल थे.
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