कैसे होंगी चुनावी सभाएं, शहर के हवाई अड्डा मैदान में फैली गंदगी
जिला प्रशासन की अनदेखी से सिर्फ नाम का रह गया जिले का एकमात्र हवाई अड्डा मैदान
= जिला प्रशासन की अनदेखी से सिर्फ नाम का रह गया जिले का एकमात्र हवाई अड्डा मैदान कूड़ा फेंकने व व्यवसायियों के बालू-गिट्टी अनलोड करने का आ रहा काम = 2014 में प्रधानमंत्री मोदी की सभा को लेकर हुई थी आखिरी बार मरम्मत भभुआ सदर. इस बार के विधानसभा चुनाव को लेकर शहर के हवाई अड्डा मैदान में आगामी छह नवंबर को उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री व बसपा सुप्रीमो मायावती की चुनावी सभा होनेवाली है, लेकिन हवाई अड्डा की बद से बदतर स्थिति, गंदगी और भारी दुर्गंध के बीच नेता, कार्यकर्ता और पब्लिक सभा में बहन जी को देखने और सुनने जायेंगे. दरअसल, नगर पर्षद के सफाई कर्मियों द्वारा वार्डों और देवीजी रोड में अवैध रूप से खुले मीट, मुर्गा और मछली दुकानों से जो कूड़ा का उठाव किया जा रहा है, उसे हवाई अड्डा मैदान के मुख्य द्वार के सामने ही खुले में फेंक दिया जा रहा है. जो तेज हवा चलने पर हवाई अड्डा परिसर पहुंच जा रहा है. इसके अलावा नाले की जलनिकासी नहीं होने से वार्ड 2, 8, 9 और तीन से निकले नालियों का पानी हवाई अड्डा मैदान जाने के मुख्य रास्तों में ही फैला हुआ है. अब इसके चलते हवाई अड्डा मैदान में राष्ट्रीय व राज्य स्तर के नेताओं की सभा करवाने में प्रशासन और संबंधित पार्टियों को नाको चने चबाने पड़ सकते हैं. इधर, एक अर्से से प्रशासनिक अनदेखी की वजह से जिले का एकमात्र हवाई अड्डा मैदान आज अपने बदहाली पर आंसू बहा रहा है, क्योंकि हवाई अड्डा मैदान में जहाज व हेलीकॉप्टर उतरने की जगह अब अवैध तरीके से व्यवसायियों के बालू, गिट्टी सहित अन्य सामान लोड अनलोड करने के काम आ रहा है. = दुर्दशा पर आंसू बहा रहा हवाई अड्डा मैदान भभुआ शहर में हवाई अड्डे की बदहाली इस कदर हो गयी है कि आज जिले का एकमात्र हवाई अड्डा मैदान अपनी दुर्दशा पर आंसू बहा रहा है. हवाई अड्डे के आसपास रहनेवाले लोगों का कहना है कि मेन रास्ते पर तो कूड़ा कचरा फेंका ही जा रहा है, साथ ही नालियों का पानी गिरने से जलजमाव हो रहा है. वहीं, शहर में जगह की कमी के चलते हवाई अड्डा मैदान में ही ट्रकों व डंपर पर लदे बालू व गिट्टी सहित अन्य सामान उतारे जा रहे है. स्थिति यह है कि हवाई अड्डा परिसर की चहारदीवारी भी जगह जगह से क्षतिग्रस्त हो गयी, जिसे आने जाने का रास्ता बना दिया गया है. जबकि, इसी परिसर में जानवर चराने व बांधने सहित जगह जगह उपले बनाये जा रहे हैं. प्रशासन के सुध नहीं लेने के चलते जिले में एकमात्र हवाई अड्डा मैदान की हालत आज दिन पर दिन खराब होती चली जा रही है. जबकि, इसकी बदहाली को और अधिक बढ़ाने में नगर पर्षद भी कुछ कम नहीं है. =मात्र चार दिन में हुआ था चहारदीवारी का निर्माण गौरतलब है कि वर्षों पूर्व शहर के उत्तर पश्चिम में बने भभुआ हवाई अड्डा का अंतिम बार सौंदर्यीकरण वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव के दौरान नरेंद्र मोदी के चुनावी सभा को लेकर किया गया था. उस दौरान प्रशासन द्वारा मात्र चार दिन के अंदर ही इसके चारों तरफ की चहारदीवारी का निर्माण कर पूरे परिसर में मिट्टी डलवा समतल कराया गया था, लेकिन तब पीएम उम्मीदवार रहे नरेंद्र मोदी के कार्यक्रम के बाद से ही इस हवाई अड्डा मैदान की आज तक जिला प्रशासन के किसी भी विभाग ने सुध नहीं ली है. आज हवाई अड्डा परिसर में तमाम बदइंतजामी के अलावा जगह जगह बड़े बड़े गड्ढे बन गये है, साथ ही हवाई अड्डा के चहारदीवारी से सटे ही कई ऊंची रिहायशी मकान भी बन चुके हैं.
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