Kaimur News : किसानों ने सिकंदरपुर में भी एक्सप्रेसवे निर्माण को रोका, वापस लौटीं मशीनें
बिरना में विरोध के बाद निर्माण एजेंसी ने सिकंदरपुर में शुरू किया था काम, बिरना में दूसरे दिन भी जारी रहा किसानों का विरोध प्रदर्शन
भभुआ कार्यालय.
एक्सप्रेसवे निर्माण में लगातार आ रही बाधा समाप्त या कम होने का नाम नहीं ले रही है. स्थानीय प्रशासन और निर्माण एजेंसी बार-बार जगह बदलकर एक्सप्रेस पर निर्माण का काम करना चाह रही है, लेकिन किसानों की विरोध के आगे काम नहीं हो पा रहा है. बुधवार को चैनपुर के बिरना मौज में किसानों एवं विभिन्न राजनीतिक दल के जनप्रतिनिधियों द्वारा विरोध कर प्रशासन एवं निर्माण एजेंसी को कम करने से रोक दिया गया, तो गुरुवार को स्थानीय प्रशासन एवं निर्माण एजेंसी चैनपुर प्रखंड के सिकंदरपुर के पास गाजीपुर मौज में पोकलेन एवं ट्रैक्टर के साथ अधिग्रहित जमीन पर काम करने के लिए पहुंची, लेकिन वहां भी किसानों एवं जनप्रतिनिधियों के विरोध के कारण प्रशासन एवं निर्माण एजेंसी को काम करने वाली पोकलेन एवं ट्रैक्टर के साथ वापस लौटना पड़ा. पिछले तीन दिनों से चैनपुर प्रखंड में कई जगहों पर निर्माण एजेंसी द्वारा अधिग्रहित जमीन पर काम करने का प्रयास किया जा रहा है, लेकिन लगातार किसानों के भारी विरोध के कारण काम को बंद कर वापस लौटना पड़ रहा है. जिला प्रशासन के द्वारा लगातार किसान व आंदोलनकारीयो को यह चेतावनी दी जा रही है कि काम को बाधित करने वाले लोगों के ऊपर कड़ी कानूनी कार्रवाई की जायेगी. लेकिन इसका कोई भी असर किसानों व आंदोलनकारी के ऊपर नहीं दिखाई दे रहा है. आंदोलनकारी स्थानीय प्रशासन व निर्माण एजेंसी के विरोध में लगातार डटे हुए हैं व निर्माण एजेंसी को काम नहीं करने दे रहे हैं.बड़ी संख्या में खेतों में उतर गये किसान
मंगलवार को स्थानीय प्रशासन द्वारा बड़ी संख्या में पुलिस बल के साथ चैनपुर के बिरना मौज में अधिग्रहीत जमीन पर पोकलेन मशीन ट्रैक्टर सहित अन्य मशीनों के साथ काम शुरू किया गया था. काम शुरू होते हैं किसान काम को रुकवाने के लिए खेत में उतर गये. पोकलेन मशीन से अधिग्रहीत जमीन पर धान के फसल को रौंदने व पुलिस के बल पर जबरदस्ती काम किये जाने का वीडियो वायरल किया जाने लगा वीडियो वायरल होने के बाद कई राजनीतिक दल किसानों के समर्थन में उतर गये नतीजा यह रहा कि बुधवार को बड़ी संख्या में किसान के साथ राजनीतिक दल के लोग बिरना में एकत्रित हो गये स्थानीय प्रशासन बड़ी संख्या में पुलिस बल के साथ काम करने के लिए वहां गयी लेकिन, किसानों के धरना प्रदर्शन एवं आक्रोश को देखते हुए मशीन के साथ बुधवार की शाम को वापस लौटने को विवश हुई. गुरुवार को स्थानीय प्रशासन द्वारा वीरना में अधिग्रहीत जमीन पर किसानों के धरना प्रदर्शन को देखते हुए काम न लगाकर सिकंदरपुर मौजा में काम शुरू किया गया. लेकिन बिरना में धरना प्रदर्शन कर रहे किसानों एवं विभिन्न राजनीतिक दल के जनप्रतिनिधि किसान संघ के नेताओं को जब इसकी जानकारी हुई, तो वह तत्काल सिकंदरपुर में पहुंच गए और स्थानीय किसानों के मदद से खेतों में उतरकर जेसीबी और ट्रैक्टर के आगे आकर काम को रुकवा दिया स्थानीय प्रशासन वहां पर मौजूद रही लेकिन किसानों एवं जनप्रतिनिधियों के विरोध के कारण प्रशासन को आखिरकार काम बंद कर वापस लौटने पड़ा.
बिरना में जारी है धरना प्रदर्शन
इधर किसानों एवं राजनीतिक दल के विभिन्न जनप्रतिनिधियों एवं किसान नेताओं के द्वारा गुरुवार को भी वीरना धरना में धरना प्रदर्शन जारी रखा गया. स्थानीय किसानों के साथ-साथ किसान नेता पशुपतिनाथ सिंह अनिल सिंह अभिमन्यु सिंह भाजपा नेता विमलेश पांडे राष्ट्रीय जनता दल के भोलानाथ सिंह सहित अन्य लोग धरना प्रदर्शन में शामिल रहे व सरकार एवं प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते रहे. इस दौरान जब नेताओं को सिकंदर में काम की सूचना मिली, तो भोलानाथ सिंह अभिमन्यु सिंह पशुपतिनाथ सिंह सहित किसान वहां पहुंचकर काम रुकवाया और काम बंद होने के बाद वापस बिरना में आकर धरना प्रदर्शन में शामिल हो गए.= मुआवजा की राशि बढ़ाने व पैसा देने के बाद काम शुरू करने की मांग कर रहे हैं किसानकिसानों के द्वारा यह कहा जा रहा है कि एक तरह की जमीन होने के बावजूद मुआवजा की राशि में काफी अंतर है़ ऐसे में एक जिले में सभी जमीनों को एक तरह का मुआवजा दिया जाए़ इसके अलावा जब तक की किसानों के खाते में मुआवजे की राशि का भुगतान नहीं किया जाता है, तब तक उनके जमीन पर काम नहीं किया जाए़ मुआवजे के राशि के भुगतान के बाद ही उसे पर काम किया जाए साथ ही जिन जमीनों पर धान की फसल लगा दी गयी है, उसे पर धान की फसल की कटनी होने के बाद ही निर्माण कार्य किया जाए़ जब तक तीन मांगों को मान नहीं दिया जाता है तब तक हम किसान अपने जमीन पर किसी कीमत पर काम नहीं करने देंगे.
काम बाधित करने वालों के खिलाफ दर्ज होगी प्राथमिकी
एक्सप्रेसवे निर्माण के काम को लगातार बाधित किए जाने के मसले पर जिला भू अर्जन पदाधिकारी संजीव कुमार सज्जन ने बताया कि सिकंदरपुर में भी किसानों एवं अन्य लोगों के द्वारा विरोध कर काम को रुकवाया गया है़ काम रुकवाने वालों की वीडियो ग्राफी करायी गयी है सभी लोगों को चिन्हित किया जा रहा है, जिन लोगों के द्वारा एक्सप्रेसवे निर्माण का काम रुकवाया जा रहा है उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने की कार्रवाई भी की जा रही है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
