पिकअप की टक्कर से इ-रिक्शा दो भागों में बंटा, बच्चे और उसकी चाची की मौत, चार घायल

KAIMUR NEWS. बुधवार की शाम चैनपुर बाजार स्थित एनएच-219 पर भारतीय स्टेट बैंक शाखा के सामने भभुआ की दिशा से तेज रफ्तार में आ रहे एक पिकअप ने सामने से जा रहे इ-रिक्शा में जोरदार टक्कर मार दी. जिससे इ-रिक्शा दो टुकड़ों में बंट गया.

By Vikash Kumar | December 3, 2025 9:23 PM

चैनपुर में एनएच-219 पर हुई घटना, पिकअप चालक फरार

लोगों ने स्पीड ब्रेकर निर्माण की उठायी मांग

चैनपुर.

बुधवार की शाम चैनपुर बाजार स्थित एनएच-219 पर भारतीय स्टेट बैंक शाखा के सामने भभुआ की दिशा से तेज रफ्तार में आ रहे एक पिकअप ने सामने से जा रहे इ-रिक्शा में जोरदार टक्कर मार दी. जिससे इ-रिक्शा दो टुकड़ों में बंट गया. जबकि इ-रिक्शा पर सवार दो वर्षीय बच्चा सहित एक महिला की मौके पर ही मौत हो गयी, जबकि चार अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हैं. दुर्घटना के बाद घटनास्थल पर चीख-पुकार मच गयी. वहीं दुर्घटना की सूचना मिलते ही चैनपुर पुलिस भी तत्काल मौके पर पहुंची और स्थानीय लोगों की मदद से सभी घायलों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया. वहां चिकित्सक ने जांच के बाद दो वर्षीय बच्चे और एक महिला को मृत घोषित कर दिया. जबकि, गंभीर रूप से घायल अन्य यात्रियों को प्राथमिक उपचार के बाद बेहतर इलाज के लिए सदर अस्पताल, भभुआ रेफर कर दिया.

भभुआ थाना क्षेत्र के कूड़ासन गांव की रहने वाली थी मृतका

इस दुर्घटना में जान गंवाने वाली महिला की पहचान भभुआ थाना क्षेत्र के कूड़ासन गांव निवासी स्वर्गीय धर्मदेव पटेल की पत्नी मुन्नी देवी के रूप में हुई है. वहीं मृत बच्चा मुन्नी देवी का दो वर्षीय भतीजा बताया जा रहा है. ग्रामीणों ने बताया कि इस बच्चे की मां का निधन जन्म के तुरंत बाद ही हो गया था, जिसके बाद से मुन्नी देवी ही उसका पालन-पोषण कर रही थीं. वह जहां भी जातीं, बच्चे को अपने साथ ही रखती थी. हादसे के वक्त भी बच्चा उनकी गोद में ही था. दोनों की एक साथ मौत की खबर सुनते ही गांव में शोक की लहर दौड़ पड़ी.

घायल यात्रियों में महिलाएं और बच्चे शामिल

दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल लोगों में लोदीपुर गांव के इम्तियाज शाह की पत्नी रुखसार बानो और उनकी आठ वर्षीया पुत्री हुमैरा खातून, मुड़ी गांव निवासी बच्चा सिंह की पत्नी अंजनी देवी और फकराबाद गांव निवासी लक्ष्मण चौहान की पत्नी अलीमारी देवी शामिल है. सभी घायलों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में प्राथमिक उपचार के बाद बेहतर इलाज के लिए सदर अस्पताल भभुआ रेफर किया गया. घायलों में कुछ की हालत चिंताजनक बतायी जा रही है. प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार इ-रिक्शा सवारी लेकर भभुआ की ओर जा रहा था. जैसे ही वह भारतीय स्टेट बैंक के पास पहुंचा, सामने से आ रहे तेज रफ्तार पिकअप ने उसे जोरदार टक्कर मार दी. टक्कर इतनी तीव्र थी कि इ-रिक्शा कई फीट दूर जाकर गिरा और दो हिस्सों में टूट गया. इ-रिक्शा में बैठे लोग सड़क पर चारों ओर बिखर गये और खून से सड़क लाल हो गयी, जबकि घायल लोग दर्द से चीखते रहे. लोगों ने बताया कि टक्कर की आवाज दूर तक गयी, जिसे सुनकर मौके पर काफी भीड़ इकट्ठा हो गयी. मौके पर पहुंची पुलिस के सहयोग में ग्रामीण लग गये और सभी घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया.

पिकअप चालक वाहन लेकर हुआ फरार

दुर्घटना के बाद पिकअप चालक वाहन सहित मौके से फरार हो गया. पुलिस उसकी तलाश में जुटी है और आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगालने की बात कही जा रही है. थानाध्यक्ष ने बताया कि फरार चालक की पहचान कर उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जायेगी. इस दुर्घटना ने वहां मौजूद लोगों को झकझोर कर रख दिया.

प्रशासनिक पदाधिकारी भी मौके पहुंचे

घटना की गंभीरता को देखते हुए चैनपुर थानाध्यक्ष के साथ प्रखंड विकास पदाधिकारी शुभम प्रकाश और अंचलाधिकारी भी घटनास्थल पर पहुंचे. अधिकारियों ने तुरंत राहत व बचाव कार्य सुनिश्चित करवाया और आवश्यक दिशा-निर्देश दिये. पदाधिकारियों का कहना था की सर्वप्रथम घायलों का इलाज जरूरी है.

स्थानीय लोगों में रोष

एनएच-219 का यह हिस्सा, विशेषकर भारतीय स्टेट बैंक के समीप पहले भी कई दुर्घटनाएं हो चुकी हैं. इस दुर्घटना के दौरान मौजूद रहे स्थानीय लोगों ने बताया कि यहां वाहनों की रफ्तार अक्सर अनियंत्रित रहती है, जिसके कारण आय दिन हादसे होते रहते हैं. ग्रामीणों ने प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि लगातार घटनाओं के बावजूद सड़क पर स्पीड ब्रेकर नहीं बनाया गया, जिससे दुर्घटनाओं पर रोक नहीं लग पा रही है. ग्रामीणों का कहना है कि यदि यहां स्पीड ब्रेकर बना दिया जाए, तो वाहन की रफ्तार नियंत्रित होगी और दुर्घटनाओं में कमी आयेगी. लोगों ने स्थानीय एवं जिला प्रशासन से अविलंब सड़क पर स्पीड ब्रेकर बनाने की मांग की है.

चैनपुर में जारी है रफ्तार का कहर

स्थानीय लोगों ने इस मार्ग से बड़ी संख्या में तेज रफ्तार पिकअप गुजरते हैं और कई बार पुलिस की मौजूदगी के बावजूद उन पर अंकुश नहीं लग पाता. लोगों ने कहा कि रोजाना इन वाहनों की तेज रफ्तार के कारण क्षेत्र में भय का माहौल रहता है. पिछले कुछ महीनों में इस क्षेत्र में कई जानलेवा दुर्घटनाएं हो चुकी हैं, जिनमें कई लोगों की जान गयी है. ग्रामीणों ने सवाल उठाया कि जब यहां लगातार हादसे हो रहे हैं, तो आखिर पुलिस और प्रशासन रफ्तार पर नियंत्रण लगाने में क्यों असफल हो रहा है. उन्होंने बताया कि यदि पुलिस सख्ती से स्पीड चेकिंग और निगरानी करे, तो ऐसी घटनाओं में कमी आ सकती है।

परिजनों में मातम, गांव में छाया सन्नाटा

मुन्नी देवी और उनके भतीजे की मौत की खबर जैसे ही गांव पहुंची, पूरे गांव में मातम पसर गया. परिवार के लोग बदहवास हो गये. ग्रामीणों ने बताया कि मुन्नी देवी बेहद मिलनसार और सरल स्वभाव की महिला थी. भतीजे के जन्म के बाद उसकी मां की मौत हो गयी थी, जिसके बाद से वह ही बच्चे की परवरिश कर रही थीं.बच्चे से उनका गहरा लगाव था. दोनों की एक साथ मौत ने पूरे गांव को शोकाकुल कर दिया है.

सड़क सुरक्षा को लेकर प्रशासन से अपेक्षा

इस दुर्घटना ने एक बार फिर साबित कर दिया कि चैनपुर की मुख्य सड़क पर सुरक्षा प्रबंध अत्यंत कमजोर है. विशेषज्ञों का मानना है कि एनएच-219 पर ट्रैफिक नियंत्रण के लिए स्पीड ब्रेकर, स्टॉप बोर्ड, चेतावनी संकेतक और नियमित पुलिस पेट्रोलिंग बेहद जरूरी है. यदि इन व्यवस्थाओं को तत्काल लागू नहीं किया गया, तो आने वाले दिनों में ऐसे हादसे बढ़ते रहेंगे. स्थानीय बुद्धिजीवियों ने कहा कि सड़क सुरक्षा प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए. हर दुर्घटना के बाद जांच और संवेदना व्यक्त करने से काम नहीं चलेगा. जब तक ठोस कदम नहीं उठाए जायेंगे, तब तक लोगों की जान बचाना मुश्किल होगा. इधर, इस दुर्घटना के बाद मौके पर पहुंचे थाना अध्यक्ष विजय प्रसाद ने बताया कि सभी घायलों को तत्काल अस्पताल पहुंचाया गया एवं मृतकों के शव को पंचनामा के बाद पोस्टमार्टम के लिये भेजा गया है. उन्होंने बताया कि इस दुर्घटना के बाद क्षतिग्रस्त इ- रिक्शा को कब्जे में ले लिया गया है, साथ ही पिकअप व उसके चालक की तलाश की जा रही है.

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